यूक्रेन के एनर्जी इंफ्रास्क्ट्रक्चर पर रूस द्वारा किए गए हमलों ने पूरे यूक्रेन में लाखों लोगों के लिए बिजली संकट (energy crisis) खड़ा कर दिया है। युद्ध के बीच सर्दियों के करीब आने के साथ स्थिति और भी खराब होने की आशंका है।
हाल में विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization-WHO) ने चेतावनी दी थी कि ऊर्जा संकट के कारण सर्दी में लाखों यूक्रेनियनों का जीवन दांव पर लग गया है। अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने कहा है कि राजधानी कीव (Kyiv) में लगभग 6,00,000 घर-संस्थान बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं। ओडेसा, लविव, विन्नित्सिया और निप्रॉपेट्रोस क्षेत्र भी सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं।
सर्दी से निपटने के करने होंगे जतन
जेलेंस्की के कार्यालय से ट्वीट किया गया है कि हमें इस सर्दी को सहना होगा। एक ऐसी सर्दी जिसे हर कोई याद रखेगा। हमें सब कुछ करना होगा ताकि भविष्य में इसका डर हमें याद न रहें, बल्कि इसलिए याद रहे कि हम इस खतरे से खुद को बचाने के लिए क्या करने में कामयाब रहे।
खेरसॉन की गोलीबारी में 15 मौत
सोशल मीडिया पर अपने दैनिक संबोधन के दौरान जेलेंस्की ने कहा: अधिकांश क्षेत्रों और कीव में ब्लैकआउट जारी है। कुल मिलाकर, 6 लाख घर—संस्थानों की बिजली कट गई है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रभावित परिवारों की संख्या बुधवार की तुलना में ‘आधे से कम’ हो गई है। उधर, एक अधिकारी ने दावा किया कि खेरसॉन शहर पर रूसी गोलाबारी में शुक्रवार को कम से कम 15 नागरिकों की मौत हो गई।
जेलेंस्की ने मिसाइल हमले के स्थल का दौरा किया
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कीव क्षेत्र के विशहोरोड में एक आवासीय इमारत पर मिसाइल हमले के स्थल का भी दौरा किया। एक सोशल मीडिया पोस्ट में जेलेंस्की ने कहा कि ‘चार मंजिला आवासीय इमारत का क्षतिग्रस्त होना हमारे लोगों पर रूसी मिसाइल आतंक का परिणाम है।’