Tuesday, September 23

अमरीका में बोली वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण- रुपया कमजोर नहीं, डॉलर हो रहा मजबूत

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस समय अमरीका के दौरे पर हैं,जहां उन्होंने 24 द्विपक्षीय बैठकें किया। इसके साथ ही सचिवों व मुख्य आर्थिक सलाहकार ने अपने समकक्षों के साथ 25 बैठकें कीं। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमरीका की अपनी आधिकारिक यात्रा पर वाशिंगटन डीसी में मीडिया को संबोधित किया, जहां उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय रुपया कमजोर नहीं हो रहा, बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है। वहीं दूसरे देशों की करेंसी की तुलना में तो रुपया अच्छा कर रहा है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि “मैं पहले भी कह चुकी हूं कि रुपया बहुत जल्दी अपने स्तर पर पहुंच जाएगा।” इसके साथ ही उन्होंने भारत की डिजिटल उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए जी -20 में भारत की अध्यक्षता और क्रिप्टोकरेंसी के बारे में भी अपनी बात रखी।

जी-20 के दौरान क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े मामलों में चर्चा करना चाहता है भारत
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जी -20 की अध्यक्षता के सवाल पर कहा कि “हम ऐसे समय में अध्यक्ष पद संभालने जा रहे हैं जब बहुत सारी चुनौतियाँ हैं। हमें सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करना होगा, यह देखने के लिए कि हम पूरी चीज को कैसे सर्वोत्तम तरीके से नेविगेट कर सकते हैं।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित मामलों पर जी-20 के दौरान चर्चा चाहते हैं, जिससे जी-20 के सदस्य इस पर चर्चा करके पूरी दुनिया स्तर पर एक नियम बन सके।
भारत की डिजिटल उपलब्धियों को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से मिली प्रशंसा
भारत की डिजिटल उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जी -20 सदस्य देशों ने सुझाव दिए हैं कि भारत को अपनी डिजिटल सफलताओं के बारे में जानकारी देनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की डिजिटल उपलब्धियों को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से प्रशंसा मिली है। वित्त मंत्री ने बताया कि “आज विश्व बैंक के अध्यक्ष के साथ मेरी बैठक हुई, जिन्होंने खुद कहा कि हमें यह दिखाना चाहिए कि कैसे आम लोग भारत में डिजिटल अनुप्रयोगों को स्वीकार कर रहे हैं।”
दुरुपयोग के आरोपों के बीच वित्त मंत्री ने ED को बताया ‘स्वतंत्र’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अमरीका में ED को लेकर भी सवाल किया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि “ED जो करती है उसके लिए वह पूरी तरह से स्वतंत्र है। ईडी किसी पर तभी कार्रवाई करती है उसके खिलाफ सबूत होते हैं।