Wednesday, September 24

तबाही मचाता जाता मानसून

छिंदवाड़ा/कटंगी। मप्र में कई गांवों और जिलों में पिछले 6 दिन से बारिश का दौर जारी है। इस वर्ष मानसून के सीजन में हुई बारिश ने पहले ही हालात बदतर कर दिए थे। अब जाते जाते भी मानसून चारों तरफ तबाही मचाता नजर आ रहा है। कहीं नदियां उफान पर हैं, तो कहीं बाढ़ की स्थिति है। लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ यही हालात कटंगी में भी बन गए हैं। यदि आप भी कटंगी से लालबर्रा मार्ग पर मुंडीवाड़ा से उजाड़बोपली के बीच चनई नदी पर बने पुल से आवागमन कर रहे हैं, तो रुकिए और सावधान हो जाइए। यह पुलिया कभी भी धसक सकती है। दरअसल मानसून की सक्रियता के कारण पिछले 6 दिन से क्षेत्र में रुक-रुक कर तेज बारिश का दौर जारी है।

इस कारण क्षेत्र के बांध, नदी, नाले खासकर चनई नदी उफान पर है। शनिवार को चनई नदी के तेज प्रवाह में होने से मुंडीवाड़ा पुलिया का भार संभाल रहे पिल्लर तक बहकर बाहर की ओर नजर आ रहे हैं। इस कारण पुल की बुनियाद कमजोर हो रही है। ऐसे में भारी वाहनों की या सामान्य आवाजाही होने पर भी पुल के ढहने या धसकने की स्थिति बनी हुई है।

जिम्मेदारों तक जानकारी नहीं पहुंचने के कारण अब भी इस पुलिया से बड़ी संख्या में हर तरह के वाहनों का आवागमन हो रहा है। ऐसे में स्थानीय लोग बड़े हादसे की आशंका जाहिर कर रहे हैं। ऐसे में शीघ्र ही भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंध करवाते हुए प्रवाह कम होने पर पुलिया की मरम्मत कराए जाने की मांग की है।

ग्रामींणों ने बताया कि चनई नदी पर लोहमारा से लेकर नदी के पूरे क्षेत्र पर बेजा अतिक्रमण किया गया है। वहीं अतिक्रमणकारियों द्वारा पुलिया के बेस पाइंट तक से रेत का जमकर खनन व परिवहन किया। ऐसे में पुल के पिलरों की पकड़ कमजोर होते रही और अब पानी के तेज प्रवाह में पुल से ज्वाइंट छोड़ते हुए बहकर बाहर की तरफ आने लगे हैं। पुलिया का कुछ हिस्सा बिना बेस के हो गया है। शनिवार को बड़ी संख्या में लोग देखने पहुंचे। ग्रामीणों के अनुसार समय समय पर उनके द्वारा अवैध खनन, अतिक्रमण और नदी क्षेत्र में लगाई जाने वाली फसलों का विरोध भी किया गया। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई है। अब इसके विपरीत परिणाम पुलिया के कमजोर होने के रूप में सामने आ रहे हैं।