शिक्षक दिवस के खास अवसर पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन में 46 शिक्षकों को 2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया। ये 46 टीचर्स अलग-अलग राज्यों से चुने गए हैं। इनका चयन ऑनलाइन चयन प्रक्रिया के तहत किया गया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने शिक्षकों को पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा, “शिक्षक दिवस के अवसर पर मैं अपने देश के सभी शिक्षकों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं।” उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ एस राधाकृष्णन को सभी शिक्षकों के लिए एक उदाहरण बताया।
पूर्व राष्ट्रपति डॉ एस राधाकृष्ण को बताया प्रेरणास्रोत
राष्ट्रपति ने कहा, “यह अवसर महान शिक्षक-दार्शनिक और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एस राधाकृष्णन की जयंती का प्रतीक है। मैं उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। वह उन सभी शिक्षकों के लिए एक प्रेरणा हैं जो छात्रों में ज्ञान के अलावा, मानवीय मूल्यों को स्थापित करने का प्रयास करते हैं।” इस समारोह में एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे।
राष्ट्रपति ने कहा, “शिक्षक दिवस के इस अवसर पर मैं अपने उन शिक्षकों का सादर स्मरण करती हूं जिन्होंने मुझे न सिर्फ पढ़ाया बल्कि प्यार भी दिया और संघर्ष करने की प्रेरणा भी दी। अपने परिवार व शिक्षकों के मार्गदर्शन के बल पर मैं कॉलेज जाने वाली अपने गांव की पहली बेटी बनी।” उन्होंने कहा, “हमारी संस्कृति में शिक्षक पूजनीय माने जाते हैं। मैं भी यह मानती हूं कि एक निष्ठावान शिक्षक को अपने जीवन में जिस तरह की सार्थकता का अनुभव होता है उसकी तुलना नहीं की जा सकती है।
राष्ट्रपति ने कहा, “मैं अपने जीवन के उस पक्ष को सबसे अधिक महत्व देती हूं जो शिक्षा से जुड़ा हुआ है। मैं मानती हूं कि यदि स्कूल स्तर की शिक्षा मजबूत नहीं होगी तो उच्च-शिक्षा का स्तर अच्छा नहीं हो सकता। मैं मानती हूं कि विज्ञान, साहित्य, अथवा सामाजिक शास्त्रों में मौलिक प्रतिभा का विकास मातृभाषा के द्वारा अधिक प्रभावी हो सकता है। विज्ञान और अनुसंधान के प्रति रुचि पैदा करना शिक्षकों की ज़िम्मेदारी है।”
शिक्षकों को प्रदान किए गए प्रमाण पत्र, नकद राशि और रजत पदक
शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग हर साल 5 सिंतबर को एक राष्ट्रीय समारोह का आयोजन करता है जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इस साल देश के विभिन्न हिस्सों से 46 शिक्षकों को प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया। प्रत्येक पुरस्कार में योग्यता का प्रमाण पत्र, 50000 रुपये का नकद पुरस्कार और एक रजत पदक होता है।
प्रधानमंत्री विजेता शिक्षकों से करेंगे बात
आपको बता दें, आज शाम को विजेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार का उद्देश्य “देश के कुछ बेहतरीन शिक्षकों के अद्वितीय योगदान का जश्न मनाना और उनका सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत के माध्यम से न केवल स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है।”