राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। देश के पूर्वोत्तर राज्य में एनआईए ने उग्रवादी संगठन उल्फा से जुड़ी कई ठिकानों पर छापेमारी की है। इन ठिकानों पर छापेमारी के दौरान एनआईए की टीम को बड़ी कामयाबी भी मिली है।
देश के पूर्वोत्तर राज्य असम से बड़ी खबर सामने आई है। यहां पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA ने उग्रवादी संगठन ULFA के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए संगठन से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी में एनआईए की टीम को सफलता भी मिली है। NIA ने प्रदेश के सात जिलों में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट आफ असम की गतिविधियों पर नजर बनाए रखी थी। इस बीच टीम के सदस्यों ने अचानक कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर दी। दरअसल ये पूरा मामले में युवाओं को बहला फुसलाकर अपने संगठन में भर्ती करने से जुड़ा था। इसी को लेकर कई शिकायतें भी दर्ज की जा चुकी हैं।
इसी कड़ी में एनआईए ने युवाओं की भर्ती से जुड़े मामलों में कई ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया। मिली जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने ULFA से जुड़ी 16 जगहों पर तलाशी की।
इस दौरान टीम को बड़ी सफलता मिला है। एनआईए ने इस तलाशी अभियान में डिजिटल उपकरण और गोला बारूद सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं।
NIA की ओर से दी जानकारी के मुताबिक, ULFA भर्ती मामले में असम में कई स्थानों पर तलाशी ली गई है। इस दौरान कामरूप, नलबाड़ी, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, सादिया, चराईदेव और शिवसागर समेत प्रदेश के सात जिलों के 16 ठिकाने प्रमुख रूप से शामिल हैं।
इस वजह से एनआईए ने शुरू किया तलाशी अभियान
असम में एनआईए के एक्शन के पीछे बड़ी वजह है। दरअसल ULFA की गतिविधियों को लेकर कई शिकायते दर्ज की जा चुकी थीं। इसमें ULFA में युवाओं की भर्ती, ULFA को मजबूत करने के लिए धन की जबरन वसूली और गैरकानूनी गतिविधियों के लिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाना और म्यांमार में भारत-म्यांमार सीमा पर स्थित शिविरों में उनका प्रशिक्षण शामिल है।
इस तलाशी अभियान में NIA ने मामला दर्ज किया है। जांच एजेंसी ने कहा कि तलाशी के दौरान डिजिटल उपकरण, गोला बारूद के साथ-साथ आपत्तिजनक दस्तावेज और उल्फा से संबंधित साहित्य जब्त किया गया है। इसे बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। एनआईए के अधिकारियों ने बताया कि, मामले में आगे की जांच जारी है।