Thursday, October 2

बाढ़ से 163 प्राथमिक, माध्यमिक स्कूल हुए बदहाल, मरम्मत को चाहिए दो करोड़ की डिमांडछत, फर्स व स्कूल में बने शौचालयों को पहुंचा काफी नुकसान

विदिशा। जिले में अतिवर्षा से कच्चे मकानों को ही क्षति नहीं पहुंची बल्कि कई प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल भी बाढ़ की चपेट में आए है। बाढ़ के पानी में डूबे रहने से कई स्कूलों की छतें खराब हो गई तो वहीं फर्स उखड़ गया है। दीवारें जर्जर और स्कूल परिसर में बालक बालिकाओं के लिए बने प्रशाधनों को भी छति पहुंंची है। अकेले विदिशा ब्लॉक में ही देखें जहां 163 प्राथमिक, माध्यमिक स्कूल बाढ़ की चपेट में आए और इन भवनों की हालत खराब हो गई है। इन स्कूलों की मरम्मत कार्य पर करीब दो करोड़ रुपए खर्च खर्च होंगे इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी गई है।
मालूम हो कि जिले में कुछ दिनों पूर्व अतिवर्षा और बांधों का पानी छोड़े जाने से जिले में बाढ़ की िस्थति निर्मित हुई थी। शहर के कई क्षेत्रों सहित गांव-गांव में कच्चे मकान ढह गए, बाढ़ के पानी में फसल बह गई। ऐसे में गांव के स्कूल कैसे सुरक्षित रह पाते। कई स्कूल भवन तो पूरी तरह दो से तीन दिन तक बाढ़ के पानी में डूबे रहे जहां स्कूल का सारा रिकॉर्ड खराब हो गया। कंप्युटर, खेल सामग्री , मध्यान्ह भोजन आदि स्कूल में रखा समूचा सामान बह गया और जब बाढ़ का पानी उतरा तो स्कूल भवनों की दुर्दशा सामने आ रही है। इन भवनों की छतें खराब हो गई।दीवारों का प्लास्टर उखड़ गया है। कुछ भवनों की दीवारें भी ढह गई। स्कूल में बने प्रशाधन ख्रराब हो चुके हैं। फर्नीचर, स्कूल में रखी पुस्तकें, इलेक्ट्रानिक सामग्री, स्कूल का रिकॉर्ड आदि का भी बड़ा नुकसान इन स्कूलों में होना बताया गया है।

आठ स्कूल भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त

वहीं बारिश और बाढ़ की चपेट में आने से विदिशा ब्लॉक के आठ स्कूल भवन क्षतिग्रस्त होना माने गए हैं। वहीं इस तरह का नुकसान जिले के सभी ब्लॉकों में शासकीय प्राथमिक माध्यमिक स्कूलों को हुआ और इनकी संख्या 600 से अधिक होना मानी जा रही है। शिक्षकों का कहना है कि बाढ़ की चपेट में आने से इन स्कूल भवनों में जहां बच्चों को पढ़ाना मुश्किल भरा होगा वहीं बाढ़ स्कूलों की सुविधाएं भी प्रभावित हुई है। इससे भी समस्या आएगी। इन स्कूलों को परिसर िस्थत अन्य शाला भवनों मेंं भी शिफ्त करने जैसी नौबत बन रही है।

स्कूल मरम्मत व अन्य कार्य के लिए 2 करोड़ 2507 लाख की जरूरत
बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए विदिशा ब्लॉक के 163 स्कूलों की छत फर्स, दीवार व शाैचालय आदि मरम्मत व निर्माण कार्य के लिए करीब 1 करोड़ 46 लाख एवं फर्नीचर, खेलकूद सामग्री, इलेक्ट्रानिक सामग्री व अन्य कार्य में खर्च के लिए करीब 81 लाख रुपए की जरूरत पड़ेगी। भवनों के नुकसान का आकलन कर यह खर्च सामने आया है। यह िस्थति अभी अकेले एक ब्लाक की सामने आई है। अन्य ब्लाकों में भी बाढ़ से हुए स्कूल भवनों का नुकसान 7 करोड़ से अधिक होना माना जा रहा है।

जिले में 48 प्राथमिक स्कूल पहले से जर्जर

इस बारिश से पूर्व जिले में स्कूल भवनों का सर्वे कर 48 भवनों को जर्जर पाया गया था। इन भवनों में ज्यादातर भवन 30-35 वर्ष पुराने होना माना जा रहे। इनका रखरखाव व आवश्यक मरम्मत कार्य न होने पर यह जर्जर होते चले गए और अब स्कूलों में कक्षाएं नहीं लग पा रही और बच्चों को परिसर में िस्थत माध्यमिक शालाओं व जहां अतिरिक्त कक्ष मौजूद हैं वहां शालाएं लगाना पड़ रही है। इसमें विदिशा ब्लॉक के 17 भवन शामिल है। वहीं अब इस बारिश व बाढ़ से 163 शालाएं और इस तरह के हालातों में पहुंच गई है।
वर्जन
जिले में अति वर्षा एवं बाढ़ से क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों जानकारी जिला प्रशासन ने मांगी थी। इसमें विदिशा ब्लॉक में ऐसे स्कूल एवं नुकसान की जानकारी एकत्रित की जा चुकी । इसमें विदिशा जनपद शिक्षा केंद्र अंतर्गत बाढ़ से 163 भवन क्षतिग्रस्त होना सामने आए हैं। स्कूल एवं मरम्मत के लिए आवश्यक राशि जानकारी प्रशासन को दी जा चुकी है।

-लक्ष्मण यादव, बीआरसी, विदिशा