Thursday, October 2

देश में स्टूडेंट्स सुसाइड केस बीते पांच साल में सर्वाधिक, एक साल में 13,000 से ज्यादा छात्रों ने की आत्महत्या

NCRB (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) ने रिपोर्ट जारी करते हुए चौकाने वाले आकड़े सामने रखे हैं। NCRB की रिपोर्ट के अनुसार देश में 2021 में सर्वाधिक स्टूडेंट्स ने महाराष्ट्र में आत्महत्याएं हैं, जिसके बाद दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश और तीसरे नंबर पर तमिलनाडु का नाम है। NCRB की एक्सीडेंटल डेथ्स एंड सुसाइड इन इंडिया (ADSI) रिपोर्ट में बताया गया है कि 2020 से 2021 में कोरोना वायरस महामारी के दौरान छात्रों की आत्महत्या में भारी बढ़ोतरी देखी गई है, जिसके कारण यह पिछले पांच सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।

NCRB ने बताया कि 2021 में स्टूडेंट्स के द्वारा आत्महत्या करने के मामलों में 4.5% की वृद्धि देखी गई है, जिसमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 1,834, मध्य प्रदेश में 1,308 और तमिलनाडु में 1,246 छात्रों ने आत्महत्याएं की हैं। साल 2020 में देश में कुल 12,526 छात्रों की मौत आत्महत्या से हुई, जबकि 2021 में यह संख्या बढ़कर 13,089 हो गई।

पिछले पांच साल में महिला स्टूडेंट्स की आत्महत्या सबसे निचले स्तर पर

NCRB की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले पांच साल में महिला स्टूडेंट्स की आत्महत्या सबसे निचले स्तर पर 43.49% है, जिसमें लगातार कमी आई है। जबकि पुरुष छात्रों की आत्महत्या साल 2021 में 56.51% रही। इसके साथ ही NCRB ने बताया है कि कुल छात्रों की आत्महत्या में केवल 4.6% छात्र स्नातक या उससे अधिक पढ़े हुए थे, जबकि उनमें से 15.8 प्रतिशत छात्र प्राथमिक स्तर तक शिक्षित थे।

कुल आत्महत्याओं के मामलों में 6.2% की बढ़ोतरी

वहीं अगर देश में कुल आत्महत्याओं की बात करें तो NCRB की रिपोर्ट बताती है कि 2020 में कुल आत्महत्या के 1,53,052 मामले दर्ज किए गए। वहीं 2021 में आत्महत्या 1,64,033 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले साल के मुकाबले 6.2% अधिक है।