भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (kamal nath) ने गुरुवार को प्रदेश सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि सरकार को इंवेट करने की बजाय बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा देना चाहिए। मैंने मुख्यमंत्री (cm) रहते हुए सात दिन में मुआवजे का ऐलान कर दिया था।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में गुरुवार को कमलनाथ ने प्रेस कांफ्रेंस कर राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बाढ़ और बारिश के चलते हुए नुकसान के मुआवजा देने की मांग की। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह का हवाई सर्वे भी हवाई है, मुआवजा क्यों नहीं दे रहे हैं…? शिवराज जी तो मीडिया इवेंट करने में माहिर हैं…”। इवेंट करने की बजाय जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाना चाहिए।
मैं मध्यप्रदेश नहीं छोड़ूंगा
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में अपना नाम चलने पर कमलनाथ ने कहा कि मैंने साफ कर दिया है कि मैं मध्यप्रदेश नहीं छोड़ूंगा। मध्यप्रदेश में ही रहूंगा। कमलनाथ ने ‘एक व्यक्ति एक पद’ के फॉर्मूले पर कहा कि कई विधायक ऐसे थे जिनके पास एक से अधिक पद थे। उन्होंने इस्तीफ़ा दिया है। वहां हम नए जिलाध्यक्ष बनाएंगे।
कारम डैम पर भी उठाए सवाल
कमलनाथ ने प्रेस कांफ्रेंस में कारम डैम की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मिट्टी का डैम बनाया था, टूट गया। मुआवजा कब मिलेगा प्रभावितों को कुछ पता नहीं। भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार का बांध बनाया था, टूट गया। कमलनाथ ने जबलपुर मामले पर कहा कि परिवार में जब इतने लोग होते हैं तो छोटे-मोटे मामले हो जाते हैं, कोई नाराजगी नहीं है किसी के बीच।
स्वयं पानी में उतरे मुख्यमंत्री
इधर, बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा के कुरवाई, भिंड, मुरैना और श्योपुर जिले का हवाई सर्वे किया। मुख्यमंत्री ने कुछ स्थानों पर बोट के जरिए बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचकर प्रभावितों की समस्याएं जानी। वे स्वयं भी पानी में उतरकर मदद करने लगे।