विदिशा। जिले में अतिवृष्टि को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों की कक्षाएं जीर्ण-शीर्ण व असुरक्षित भवन में संचालित न करने के आदेश उप संचालक लोक शिक्षण विभाग, भोपाल से हुए हैं। इसके बाद जिले में इस तरह के भवनों की जानकारी एकत्रित करने का कार्य शुरू हुआ है। विदिशा ब्लॉक में अभी इस तरह के करीब 12 स्कूल भवन असुरक्षित होना माने जा रहे हैं।
मालूम हो कि पूर्व में लगातार कुछ जिलों में बारिश हुई जिसमें विदिशा जिले को भी शामिल माना गया है। इस आदेश जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना समन्वयक के नाम आए हैं और विभागीय अधिकारी संकुल प्राचार्य एवं विकासखडं स्रोत समन्वयक से चर्चा कर इस तरह के भवनों की जानकारी एकत्रित कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार लगातार बारिश के कारण कई भवन असुरिक्षत होने लगे हैं।कई वर्षों पुराने भवनों की छतों से पानी गिर रहा कहीं भवन के कक्षों में बड़ी दरारों के कारण जहरीले जीवों का खतरा बढ़ रहा है। ऐसी िस्थति में इन कक्षों के बच्चों को बैठाने की व्यवस्था स्कूल परिसर में संचालित अन्य स्कूल भवनों में करना पड़ सकता है।
यहां एक माह से अधिक समय से डला स्कूल में ताला
जिला मुख्यालय पर माधवगंज क्रमांक-2 माध्यमिक विद्यालय में बारिश एवं जल भराव के कारण एक माह से स्कूल में ताला डला हुआ है। यहां 11 जुलाई की रात आई बारिश से स्कूल में तीन से चार फीट तक पानी भर गया था। परिसर में सांप, बिच्छू भी निकल रहे थे। इसके बाद नपा ने स्कूल की साफ सफाई का कार्य किया लेकिन फिर पिछले दिनों पुन: हुई बारिश से जल भराव की नौबत बनी। इससे यह स्कूल संचालित नहीं हो पा रहा और तभी से स्कूल में ताला डला हुआ है। स्कूल के बच्चों को परिसर िस्थत प्राथमिक स्कूल में शिफ्ट किया गया है। प्रधानाध्यापक अनिल श्रीवास्तव का कहना है कि कुछ समय के लिए बारिश का दौर थम जाए तो कक्षाओं के फर्स को व्यविस्थत किया जाएगा, क्योंकि फर्सियों के अस्त व्यस्त रहने से जहरीले कीड़ों का डर है। फर्स व्यविस्थत कर स्कूल संचालित किया जाना संभव हो सकेगा।
विदिशा ब्लॉक में यह स्कूल असुरक्षित
बीआरसी लक्ष्मणसिंह यादव के मुताबिक इस तरह के स्कूलों की जानकारी ली गई है। इसमें 12 स्कूल परिसर में भवन असुरक्षित होना सामने आया है। इसमें माधवगंज क्रमांक-2, दुपारिया स्कूल, देवखजूरी, प्राथमिक शाला भैरोखेड़ी, निटर्री, लालाखेड़ी, उमरखेड़ी, रायपुरा स्कूल, तोपपुरा स्कूल शामिल हैं। कुछ परिसर में एक से तीन भवन तक असुरक्षित है।
वर्जन
जिले में जीर्ण -शीर्ण व असुरक्षित भवनों की जानकारी बुलवाई जा रही है। इस जानकारी की पुष्टि भी की जाएगी। इसमें देखा जाएगा कि जो कक्ष वास्तव में असुरक्षित है उन कक्षों में कक्षाओं का संचालन नहीं किया जाएगा।
-एसपीसिंह जाटव, डीपीसी