Monday, September 29

बंगाल की खाड़ी में प्रेशर, भारी बारिश से सड़कें बन गई नदियां, घर में कैद हुए लोग

भिंड. अलसुबह से हो रही बारिश के चलते पूरे शहर की सड़कों पर पानी भर गया है, ऐसे में शहर के लोग अपने घर और दुकान से बाहर भी नहीं निकल पा रहे हैं, सड़कों पर भरे पानी के कारण जनजीवन पूरी तरह ठप्प हो गया है, ऐसे में जहां बच्चे स्कूल नहीं जा पाए, वहीं लोग नौकरी और काम धंधे पर भी नहीं गए, खुद को घरों में कैद रख लोग बारिश का पानी उतरने का इंतजार कर रहे हैं।

ये हाल मध्यप्रदेश के भिंड जिले के हैं, जहां सुबह करीब 5 बजे से ही झमाझम बारिश हो रही है, इस कारण शहर की एक दर्जन से अधिक बस्तियों में भारी जल भराव हो गया है, हर कॉलोनी में पानी भर जाने से लोगों का आवागमन बंद हो गए हैं, ये हाल सरकारी अस्पताल के बाहर भी नजर आए, पानी भर जाने के कारण विभिन्न बीमारियों से परेशान लोग भी मुश्किल से अस्पताल तक पहुंच रहे थे।

प्रदेश के अधिकतर जिलों में पिछले तीन चार दिनों से बारिश थमी थी, लेकिन शनिवार से फिर मौसम ने करवट ली, राजधानी भोपाल में भी दोपहर बाद से बारिश का दौर शुरू हो गया, तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश होने से सड़कों पर पानी भराने लगा।

बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर का असर नर्मदांचल पर भी पड़ेगा। मौसम विभाग ने आगामी चौबीस घंटों के दौरान संभाग के तीनों जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है। जबलपुर बरगी डैम के 15 गेट शुक्रवार को भी खुले रहे। तवा बांध इटारसी का जल स्तर 1161.20 फीट पर एवं बारना डैम बरेली का जल स्तर 347.37 मीटर पर था। नर्मदा के जल स्तर में भारी गिरावट आई है। सेठानीघाट पर जल स्तर 948 फीट पर चल रहा था। जिले में फिलहाल बाढ़ की कोई संभावना नहीं है।

जिले में अब तक कुल औसतन तौर पर 1277 मिमी बारिश हो चुकी है। जबकि पिछले साल 724.6 मिमी हुई थी। आंकड़ों के हिसाब से देखें तो संभाग के हिल स्टेशन पचमढ़ी में सबसे अधिक 1515.9 मिमी बारिश हो चुकी है। सबसे कम बनखेड़ी में 954.4 मिमी बारिश रही।