प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इंग्लैंड के बर्मिंघम में 28 जुलाई से शुरू हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए जाने वाले भारतीय खिलाड़ियों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों को अपने अंदाज में प्रोत्साहित भी किया। भारत का 322 सदस्यों का दल जल्द ही बर्मिंघम के लिए रवाना होगा। इससे पहले पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए खिलाड़ियों से रूबरू हुए। प्रधानमंत्री ने बातचीत के साथ ही खिलाड़ियों का हौसला भी बढ़ाया है। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा- ‘कोई नहीं है टक्कर में, क्यों पड़े हो चक्कर में।’ पीएम मोदी ने कहा, ‘मौजूदा समय भारतीय खेलों के इतिहास का एक तरह से सबसे महत्वपूर्ण कालखंड है। आप जैसे खिलाड़ियों का हौसला भी बुलंद है, ट्रेनिंग भी बेहतर हो रही है और खेल के प्रति देश में माहौल भी जबरदस्त है।
दरअसल ये पहली बार नहीं जब पीएम मोदी ने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की हो, इससे पहले भी वे कई मौके पर ऐसा कर चुके हैं। फिर चाहे वो टोक्यो ओलंपिक के दौरान प्रतियोगिता से पहले खिलाड़ियों से मिलना फिर खेल के दौरान फोन पर उनसे बात करना या फिर पदक लेकर लौटने के बाद उनके साथ भोजना करना। पीएम मोदी समय-समय पर खेल के प्रति अपनी सोच और इरादे जाहिर कर चुके हैं।
इस बीच कॉमन वेल्थ गेम्स के लिए खिलाड़ियों के रवाना होने से पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात की। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि वह बर्मिंघम जाएं और जी भरकर, जमकर खेलें और बिना किसी तनाव के खेलें।
किसी और चीज की चिंता ना करें
पीएम मोदी ने खिलाड़ियों से कहा कि, वह बर्मिंघम जाकर सिर्फ खेलने पर ध्यान दें और किसी और चीज की चिंता न करें। ‘आपने सुना होगा – क्यों पड़े हो चक्कर में, कोई नहीं है टक्कर में, बस इसी अंदाज में आप लोगों को कॉमनवेल्थ गेम्स में खेलना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों से मिलने का वादा भी किया। उन्होंने कहा कि, समय की कमी के चलते हम आमने-सामने नहीं हो पाए हैं, लेकिन आप जब वहां से लौटेंगे तो हम जरूर मिलेंगे।
इंटरनेशन चेस डे
पीएम मोदी ने कहा कि, आज खेल जगत के लिए खास दिन है। 20 जुलाई को ‘इंटरनेशनल चेस डे’ है। यह दिलचस्प है कि जिस दिन राष्ट्रमंडल खेल शुरू होंगे उसी दिन तमिलनाडु में चेस ओलंपियाड की शुरुआत होगी। भारत के खिलाड़ियों के पास दुनिया पर छा जाने का ये सुनहरा मौका है।