महाराष्ट्र के बाद अब गोवा में सियासी घमासान शुरू हो चुका है। राज्य में कांग्रेस पार्टी टूट की राह पर चलती हुई दिखाई दे रही है, जिसके कारण कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक को गोवा भेजा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस पार्टी के 5 विधायक लापता हो गए हैं। इनमें से 2 विधायकों को पार्टी ने उनकी जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है, जिसमें माइकल लोबो को गोवा विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष पद से हटा दिया है। इसके साथ ही पूर्व सीएम दिगंबर कामत और माइकल लोबो पर भाजपा के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है।
गोवा कांग्रेस डेस्क प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने बताया कि लोबो और कामत के अलावा पार्टी के तीन अन्य विधायकों से हम संपर्क नहीं कर पा रहे हैं, जिसके बाद कांग्रेस के रिष्ठ नेता मुकुल वासनिक को गोवा भेजा गया है।
आज विधायक दल का नया नेता चुनेगी कांग्रेस
गोवा pcc अध्यक्ष अमित पाटकर ने बताया कि हमने बैठक बुलाई थी, जिसमें पांच विधायक शामिल नहीं हुए। उस बैठक में विधायक दल के नेता बदलने का प्रस्ताव पारित किया गया है। आज नए विधायक दल का नेता चुन लिया जाएगा, जिसके बारे में स्पीकर को बता दिया जाएगा।
सत्ता आती-जाती रहती है
गोवा कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुड्डू राव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कुछ लोग सत्ता का लुत्फ उठाने के लिए लालची हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं माइकल लोबो और दिगंबर कामत दोनों से ही बहुत निराश हूं। राजनीति में हमें सिद्धांतों पर लड़ना चाहिए न कि सत्ता के लिए। सत्ता आती-जाती रहती है।
गोवा कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुड्डू राव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कुछ लोग सत्ता का लुत्फ उठाने के लिए लालची हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं माइकल लोबो और दिगंबर कामत दोनों से ही बहुत निराश हूं। राजनीति में हमें सिद्धांतों पर लड़ना चाहिए न कि सत्ता के लिए। सत्ता आती-जाती रहती है।
भगवा पार्टी की धन शक्ति
गोवा में कांग्रेस के कुछ विधायकों के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह लोकतंत्र नहीं है, बल्कि भगवा पार्टी की धन शक्ति है। इसकी जांच होनी चाहिए। इनमें से कितने विधायक प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग द्वारा मामलों का सामना कर रहे हैं।
गोवा में कांग्रेस के कुछ विधायकों के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह लोकतंत्र नहीं है, बल्कि भगवा पार्टी की धन शक्ति है। इसकी जांच होनी चाहिए। इनमें से कितने विधायक प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग द्वारा मामलों का सामना कर रहे हैं।