मुंबई: महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान अभी थमा नहीं है। इसी कड़ी में उद्धव ठाकरे खेमें ने फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। उद्धव गुट ने एकनाथ शिंदे गुट को सरकार बनाने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के न्योते को चुनौती दी है। साथ ही 3 जुलाई को हुई विधानसभा की कार्यवाही को भी चुनौती दी है। इसी दिन एक नए स्पीकर का चुनाव हुआ था और चार जुलाई को फ्लोर टेस्ट हुआ था।
सुप्रीम कोर्ट में ठाकरे सरकार ने तर्क दिया है कि जिन 16 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई पेंडिंग थी, ऐसे में वे विधानसभा की कार्यवाही में भाग नहीं ले सकते थे। ठाकरे खेमे ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के एकनाथ शिंदे को सरकार बनाने के लिए न्योता देने के निर्णय को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
गौर हो कि एकनाथ शिंदे ने 30 जून को महाराष्ट्र के सीएम और देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम की शपथ ली थी। शिंदे की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था और महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। इससे पहले उद्धव खेमें की याचिका पर बुधवार को सुनवाई हुई थी। तब ठाकरे गुट ने राज्यपाल के राजनीतिक होने का आरोप लगाया था।
वहीं दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे को लगातार झटके लग रहे हैं। ठाणे के बाद अब नवी मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में शिवसेना के 32 पार्षदों ने सीएम एकनाथ शिंदे को अपना समर्थन दिया है। इससे पहले गुरुवार को ठाणे नगर निगम में शिवसेना के 67 में से 66 पार्षद एकनाथ गुट में चले गए हैं।