महाराष्ट्र में एक बड़े राजनीतिक संकट का लगभग समापन हो चुका है। इसकी शुरुआत 30 जून की रात को तब हुई जब शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। हालांकि इस शपथ ग्रहण समारोह की कुछ तस्वीरें वायरल हो रही है, जो सूबे का सियासी पारा बढ़ा रही है।
राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा “मैं कई शपथ ग्रहण समारोहों का हिस्सा रहा हूं लेकिन कभी किसी राज्यपाल ने मुझे मिठाई नहीं दी और मुझे गुलदस्ता भी नहीं दिया गया।” पुणे में मीडिया से बात करते हुए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का नाम लिए बिना कहा मैंने 1967 से शपथ देखी है। मैं खुद भी 1972 से 1990 तक कई बार शपथ लिया, लेकिन किसी राज्यपाल ने मुझे मिठाई नहीं खिलाई।
शरद पवार ने राज्यपाल के कामकाज पर कई सवाल उठाए। एकनाथ शिंदे के शपथ ग्रहण समारोह का जिक्र करते हुए शरद पवार ने कहा “जब शपथ गलत ली जा रही थी तो राज्यपाल ने उनकी अनदेखी की और उन्हें फूलों का गुलदस्ता देते हमने देखा। चलो अच्छा है, कुल मिलाकर, उन्होंने अपने काम करने के तरीके को बदल दिया।“
राज्य में नई सरकार के शपथ ग्रहण को याद करते हुए शरद पवार ने कहा, “मैंने इसे टीवी पर देखा। वें बालासाहेब ठाकरे और धर्मवीर आनंद दिघे आदि को याद करते हुए बोल रहे थे।“
उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार (महाविकास अघाड़ी) आई तो मैं आगे की पंक्ति में बैठा था। हमारे एक सदस्य ने बाबासाहेब अम्बेडकर और अन्य को याद करते हुए शपथ ग्रहण शुरू किया, लेकिन तब यही राज्यपाल ने उन्हें फिर से शपथ दिलाई और मेरे नाम का भी उल्लेख किया। शरद पवार ने आश्चर्य व्यक्त किया कि राज्यपाल कोश्यारी ने गुरुवार को हुए शपथ ग्रहण के दौरान कोई आपत्ति नहीं जताई।