Tuesday, October 7

महाराष्ट्र का सियासी संकट जल्द खत्म होने के आसार कम! सदस्यता को लेकर बागी विधायक कर सकते है कोर्ट का रुख

मुंबई: महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के बागी होने बाद जो सियासी संकट खड़ा हुआ है उसके जल्द खत्म होने के आसार कम हैं। शिवसेना से बागी हुए विधायकों ने एकनाथ शिंदे को अपना नेता माना है। इन सब के बीच डिप्टी स्पीकर के फैसले को बागी विधायकों की तरफ से कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी भी है। शिंदे गुट की तरफ से एक नेता ने साफ शब्दों में कहा कि हम डिप्टी स्पीकर के फैसले को कोर्ट में चुनौती देंगे। ऐसे में यह मामला जल्द खत्म होने वाला नहीं है।

गौर हो कि इससे पहले शिवसेना विधायक दीपक केसरकर ने एक बयान में कहा था कि विधायक दल में बागी गुट के पास दो तिहाई बहुमत है। इसलिए उन्होंने एकनाथ शिंदे को अपना नेता माना है। ऐसे में बागी विधायकों की तरफ से सदस्यता को लेकर कोर्ट जाने पर यह मामला और लंबा चल सकता हैं। महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर ने एकनाथ शिंदे सहित 16 विधायकों को नोटिस जारी कर 27 जून तक जवाब देने के लिए कहा है। इस नोटिस में स्पीकर की तरफ से कहा गया है कि क्यों न आपकी सदस्यता रद्द कर दी जाए?

शिवसेना की तरफ से 16 बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की अर्जी शुक्रवार को डिप्टी स्पीकर दी गई थी। जिसके बाद बागियों को नोटिस जारी हुआ था। इससे पहले दीपक केसरकर ने यह भी कहा कि हम शिवसेना से बाहर नहीं निकले हैं। साथ ही हमें किसी ने नहीं कहा कि आप ये सब करो। उन्होंने कहा कि ये सब हमने अपने मन से किया है। हम शिवसेना से अलग नहीं हैं।

वहीं खबरें आई हैं कि शिवसेना से बागी एकनाथ शिंदे और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के बीच शुक्रवार रात मुलाकात हुई है। हालांकि इसे लेकर कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है। यह मुलाकात वडोदरा में होने की खबर है।