भोपाल। मिट्टी बचाओ अभियान को लेकर अपनी 100 दिनों की यात्रा के 79वें दिन सदगुरु वासुदेव जग्गी राजधानी भोपाल पहुंचे। भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में सदगुरु जग्गी अपनी मोटरसाइकिल से ही कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे।
जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदगुरु को पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया। इस मौके पर सदगुरु ने कहा कि मध्यप्रदेश प्रकृति के मामले में धनी प्रदेश है। यहां बहुत सारे जंगल और हरे-भरे वृक्ष हैं। इस मौके पर उन्होंने बताया कि यदि मिट्टी की उर्वरा क्षमता कम हुई, तो धरती पर अन्न का उत्पादन कम होगा, जिससे भोजन की समस्या बढ़ जाएगी। मिट्टी में पर्याप्त जैविक तत्व मौजूद हों, इसके लिए हम सबको आगे आना होगा। एक दिन में रासायनिक उर्वरकों और दवाइयों का उपयोग बंद नहीं किया जा सकता।
हम सभी मिट्टी से ही आए हैं, सभी को अंत में मिट्टी में ही जाना है: सदगुरु
मशीनों ने खेतों से पशुओं को बाहर कर दिया है। यदि इन्हें वापस खेतों में लेकर नहीं आए, तो अगले 45 वर्षों में घातक परिणाम होंगे। न्यूनतम 3 प्रतिशत जैविक खेती का होना अतिआवश्यक है। भारत में मात्र 0.68 प्रतिशत और यूरोप के कुछ देशों में इसका अधिकतम प्रतिशत 1.48 है। मिट्टी के संरक्षण के अभाव में प्रतिवर्ष 27 हजार प्रजातियां लुप्त हो रही हैं। हम सभी मिट्टी से ही आए हैं और सभी को अंत में मिट्टी में ही जाना है। हममें जाति, नस्ल, समुदाय, समाज, धर्म और अन्य आधार पर विभेद हो सकते हैं, लेकिन हम सभी में मिट्टी एक कॉमन फेक्टर है। हम सभी मिट्टी के लिए ही हैं।
शिवराज की प्रशंसा, बोले- मेरी तरह फुल स्पीड में काम करते हैं….
सदगुरु ने शिवराज की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि शिवराज बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। वे मेरी तरह ही फुल स्पीड में कार्य करते हैं। गौरतलब है कि सदगुरु 30 हजार किलोमीटर की यात्रा के दौरान 27 देशों का भ्रमण कर चुके हैं। अब सदगुरू इंदौर होते हुए मुंबई के लिए अपनी यात्रा लेकर रवाना हो जाएंगे।
शिवराज बोले- मिट्टी की ताकत दिखा दी…
यहां सीम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सदगुरु ने भारत की मिट्टी की ताकत दुनिया को दिखा दी है। उन्होंने यूरोप, मध्य एशिया, उत्तर पूर्व सहित विभिन्न देशों से गुजरते हुए दुनिया को मिट्टी बचाने का संदेश दिया है। लोगों ने अपने फायदे के लिए धरती का सर्वनाश किया है। ऐसा रहा तो एक दिन धरती की उर्वरकता खत्म हो जाएगी। सदगुरु पूरे विश्व को जगाने के लिए इस नेक काम में निकले हैं। सीएम ने कहा कि अब जरूरत है कि प्रदेश में पर्यावरण समिट करवाया जाए। पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य कर रहें लोगों से चर्चा भी हो रही है।