Thursday, September 25

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी देंगी रेणु खातून को नया हाथ और नौकरी, पति ने सरकारी नौकरी मिलने पर काट दिया था हाथ

पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले में केतुग्राम थाना इलाके में पत्नी को सरकारी अस्पताल में नर्स की नौकरी मिली थी। इससे पति को इस बात का डर सता रहा था कि उसकी पत्नी सरकारी नौकरी के कारण उसका साथ छोड़ देगी। इसलिए उसने पत्नी का दाहिना हाथ काट दिया ताकि वह सरकारी अस्पताल में मिली नर्स की नौकरी ही न कर पाए। वहीं अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेणु पर ममता बरसाई है। रेणु के लिए उसके सुविधा लायक काम करने के साथ-साथ, इलाज एवं कृत्रिम हाथ लगाने का भी आश्वासन दिया है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार केतुग्राम की रेणु खातून को नौकरी देगी और उनका इलाज कराने के साथ-साथ उनको कृत्रिम हाथ भी लगावाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य सरकार ने उसे एक नौकरी देने का फैसला किया है जो वह अपने दाहिने हाथ का उपयोग किए बिना कर सकती है। वह अपने इलाज के लिए पहले ही 57000 रुपये खर्च कर चुकी थी और मैंने मुख्य सचिव से उनके इलाज का ध्यान रखने को कहा है और हम महिला के लिए कृत्रिम हाथ की व्यवस्था भी करेंगे।”
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन से रेणू काफी खुश हैं। रेणु का कहना है कि मुख्यमंत्री पूरे राज्य की जनता को संतान की तरह प्यार करती है, मेरे साथ भी आज उन्होंने मां की ममता दिखाई है। मां के गोद में ही बच्चा सुरक्षित रह सकता है। मुझे खुशी है कि राज्य सरकार ने मेरे बारे में सोचा है और मैं भी चाहती हूं कि मेरे पति और अन्य दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
इसी बीच पुलिस ने रेणु के पति सेर मौहम्मद शेख को गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस के मुताबिक वो मुर्शिदाबाद से भागने वाला था, मगर मौके पर उसे पकड़ लिया गया। पुलिस के मुताबिक रेणु का पति केस की जांच में मदद नहीं कर रहा है। पुलिस के सूत्रों का कहना है, “वह कभी कह रहा है की पत्नी का हाथ काटने में उसेकी दो लोगों ने मदद की थी, तो कभी वो कह रहा है की उसके दो रिश्तेदारों ने किस कांड को करने में मदद करने के लिए कैंची और कसाई के चाकू को दिलाने में मदद की थी।”
आपको बता दें, रेणु का दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके पति ने उसका हाथ इस लिए काट दिया था क्योंकि उसकी सरकारी अस्पताल में नर्स के तौर पर नौकरी लगी थी। लेकिन उसके पति मोहम्मद शेख को अंदर ही अंदर एक डर सताने लगा कि अगर उसकी पत्नी ने नौकरी शुरू की तो वह उससे दूर हो जाएगी। कहीं ऐसा न हो वह छोड़कर चली जाए और किसी और से शादी कर ले।