छिंदवाड़ा. मॉडल रेलवे स्टेशन का चप्पा-चप्पा जल्द ही ‘तीसरी निगाह’ में होगा। टेंडर लेने वाली एजेंसी छिंदवाड़ा पहुंच चुकी है। सीसीटीवी से संबधित अधिकतर सामान भी आ चुके हैं। सीसीटीवी लगाने का कार्य जल्द शुरु होगा। पूरी प्रक्रिया दस से पन्द्रह दिन में पूरी हो जाएगी। हालांकि अभी आरपीएफ ने मानिटरिंग के लिए रूम चिन्हित नहीं किया है। आरपीएफ थाना प्रभारी का कहना है कि मुख्य स्टेशन भवन में ही मानिटरिंग कक्ष बनाया जा सकता है। बता दें कि पत्रिका ने रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई बार सवाल उठाए। खबर प्रकाशित कर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस तरफ ध्यान दिलाया। जिसका परिणाम यह रहा कि छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन में 30 सीसीटीवी लगाए जाने का निर्णय लिया गया। स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया, प्लेटफॉर्म, ब्रिज सहित अन्य जगहों पर कैमरे लगाए जाने हैं। इसमें तीन कैमरे ऐसे होंगे जो घूमावदार होंगे। यानी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैसे होंगे। ये कैमरे मुख्य जगहों पर लगाए जाएंगे। सीसीटीवी लगाने के लिए स्टेशन का सर्वे भी छह माह पहले हो गया था। इसके बाद प्रक्रिया धीमी पड़ गई। अब जिम्मेदारों ने सुध ली है। बता दें कि शाम होते ही स्टेशन का अधिकतर हिस्सा अंधेरे में डूब जाता है। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका बनी रहती है। बीते 12 मई की रात रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर एक युवक की हत्या भी हो गई थी। वहीं 11 जनवरी 2019 को प्लेटफॉर्म नंबर-एक पर अमरवाड़ा के तेंदनीमाल निवासी 35 वर्षीय अनिल उइके का शव मिला था। 22 दिसंबर 2019 को प्लेटफॉर्म नंबर-एक पर एक प्रौढ़ का शव मिला था। इन दोनों ही घटना में यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि दोनों ने आत्महत्या की थी या फिर इनकी हत्या हुई थी। जबकि जानकारों का कहना था कि अगर प्लेटफॉर्म पर सीसीटीवी लगा होता तो वास्तविकता की जानकारी तत्काल हो जाती।