Wednesday, September 24

शस्त्र लायसेंस निलंबित, अब थानों में जमा कराने होंगे शस्त्र

जिले की प्रभारी कलेक्टर वृंदावन सिंह और पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार में पत्रकारों से चर्चा की। इस दौरान अधिकारियों ने त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन प्रक्रिया के लिए आदर्श आचरण संहिता के संबंध में जानकारी दी।

इस मौके पर पुलिस अधीक्षक ने संवेदनशील, अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाने वाले बल के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शस्त्र लायसेंस निलंबित किए गए हैं, अत: शस्त्रधारकों को नजदीक के थाने में शस्त्र जमा कराने के निर्देश प्रसारित किए गए है। शस्त्रों को सुरक्षित रखने हेतु थानों के लिए रेक उपलब्ध कराए जा रहे है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 4602 शस्त्र जमा किए जाएंगे।

पुलिस अधीक्षक के मुताबिक निर्वाचन प्रक्रिया निर्विध्न रूप से सम्पन्न हो इसके लिए सुरक्षा के तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। जिले में पर्याप्त पुलिस व्यवस्था की गई है। किसी भी मतदाता को कोई भी भयभीत नही कर सकता है यदि कही ऐसा करता पाया गया तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी, उन्होंने सघन जांच पडताल के संबंध में भी जानकारी दी।

वहीं डिप्टी कलेक्टर उप जिला निर्वाचन अधिकारी अमृता गर्ग ने मतदान केन्द्रों, मतदाताओं की संख्या, संवेदनशील, अतिसंवेदनशील के अलावा सामान्य मतदान केन्द्रों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर हर्षल चौधरी भी मौजूद रहे।

इधर, विवाह सम्मेलन स्थगित होने का विरोध
वहीं दूसरी ओर 31 मई को होने वाले मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह सम्मेलन आचार संहिता लगने से स्थगित हो गए। ऐसे में इसके विरोध में पूर्व पार्षद तोषमणी पंथी ने मुख्यमंत्री के नाम अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा एवं विवाह सम्मेलन स्थगित न किए जाने की मांग की है।

उनका कहना है कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सैकड़ों बहनों के विवाह के पंजीयन फार्म भरा चुके है वहीं वर-वधु पक्ष द्वारा शादी की पूरी तैयारिया पूरी कि जा चुकी है। ऐसे में सम्मेलन स्थगित होने से कई बहन बेटियों के सम्बन्ध टूट जाएंगे, जिसका जिम्मेदार शासन प्रशासन होगा। ज्ञापन के दौरान अन्य लोग भी मौजूद रहे।