शहर की जीवनदायनी मां शिवना को फिर से प्रवाहमान करने के लिए शुरु किए गए शिवना शुद्धिकरण अभियान में मंदसौरवासियों का अपार उत्साह दिख रहा है। भगवान पशुपतिनाथ व सहस्त्र शिवलिंग महादेव की दुर्लभ प्रतिमाएं देकर देशभर में शहर को पहचान देने वाले मां शिवना को स्वच्छ करने के लिए श्रमदान में लोगों में उत्साह दिख रहा है हर दिन बड़ी संख्या में श्रमदान करने के लिए लोग जमा हो रहे है। लगातार दसवें दिन शिवना के लिए इस बार उत्साह के साथ सामाजिक संगठन, प्रशासनिक विभाग सुबह दो घंटे यहां श्रमदान कर रहे है। शनिवार को कृषि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियरों के साथ सामाजिक संगठनों के अलावा शहरवासी भी श्रमदान करने के लिनए यहां पर पहुंचे और अपने श्रम से बहती पसीने की बूंदों के बीच गाद निकालने का काम किया।
शिवना शुद्धिकरण अभियान इस बार कोई स्थायी समाधान के साथ ही प्रत्येक संगठन कार्य कर रहा है। श्रमदान करने पहुंच रहे लोगों को इस बार नदी के शुद्धिकरण को लेकर अंतिम समाधान स्थायी समाधान करने की आस है। श्रमदान में उप संचालक कृषि विभाग एवं मंदसौर कृषि उपज मंडी विभाग के साथ ही अपने संकल्प के साथ दशपुर जागृति संगठन के कार्यकर्ता लगातार अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
शिवना शुद्धिकरण महाअभियान का 10 वे दिन भी बड़े उत्साह व उमंग के साथ भगवान पशुपतिनाथ व शिवना के जयकारों के साथ दो घंटे से अधिक समय तक चला। कृषि विभाग एवं कृषि उपज मंडी दोनों विभाग के कर्मचारियों ने अपने श्रम के साथ प्रत्येक तगारी उठाते हुए अपने सौभाग्य को भगवान पशुपतिनाथ का आशीर्वाद मानकर उत्साह उमंग के साथ स्वीकार किया। शिवना शुद्धिकरण का रविवार को ११ वां दिन है। श्रमदानियों ने शिवना तट पर कहा कि भगवान पशुपतिनाथ और मां शिवना ने अपने भक्तों को पूरा मौका दिया कि अपना श्रम अपना लगाकर अपने जीवन को धन्य बनाए। इस अवसर पर अनिल मालीवाल ने कहा कि शिवना के अंदर गंदे नालों के द्वारा जो खेती की जा रही है यह कई बीमारियों का कारण बनेगी। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए जिनके भी पट्टे हैं इनको अन्य पट्टे दे दिए जाए। यह प्रशासन के सामने होते हुए प्रशासन की निष्क्रियता को अंकित करता है। सुलभ शौचालय नदी के समीप इसे भी हटाया जाए श्रमदान का प्रत्येक व्यक्ति स्वागत करता है लेकिन गंदगी रोकने के लिए हर वर्ग को आगे आना होगा।७५ वर्ष की उम्र में शिवना के लिए कर रहे श्रम
शहर के 75 वर्षीय घनश्याम भावसार प्रतिदिन शिवना को शुद्ध करने के संकल्प के साथ श्रमदान में भाग ले रहे है। इस उम्र में भी शिवना के लिए आस्था उनके श्रमदान में दिख रही है। भावसार ने बताया कि उन्होंने इस नदी को स्वच्छ व प्रवाहमान देखा है। इसे उसी रुप में ले जाना है। चेहरे पर जल को सहेजने की एवं शिवना के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना लेकर प्रतिदिन पहुंच रहे है।
शहर के 75 वर्षीय घनश्याम भावसार प्रतिदिन शिवना को शुद्ध करने के संकल्प के साथ श्रमदान में भाग ले रहे है। इस उम्र में भी शिवना के लिए आस्था उनके श्रमदान में दिख रही है। भावसार ने बताया कि उन्होंने इस नदी को स्वच्छ व प्रवाहमान देखा है। इसे उसी रुप में ले जाना है। चेहरे पर जल को सहेजने की एवं शिवना के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना लेकर प्रतिदिन पहुंच रहे है।
भारत का इतिहास ऐसे ही समुदायों के दम पर खड़ा है
कृषि विभाग के उपसंचालक आनंद बड़ोदिया ने कहा शिवना शुद्धीकरण का महाअभियान सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है और प्रशासनिक विभाग को इसके साथ जोड़कर प्रत्येक व्यक्ति का श्रमदान मां शिवना में स्वीकार करते हुए यह शासकीय विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होना चाहिए। राष्ट्र की प्रत्येक धरोहर पर इस प्रकार के श्रमदान चलाते हुए व्यक्ति को यह एहसास होता है कि यह हमारी राष्ट्रीय धरोहर है। इसे हम अपना पसीना अपना धन लगाकर सहेजना हमारी जिम्मेदारी है। मैं अपने विभाग के सभी कार्यकर्ताओं के साथ एवं कर्मचारियों के साथ यहां पहुंचा हूं मुझे संतोष मिला है।
कृषि विभाग के उपसंचालक आनंद बड़ोदिया ने कहा शिवना शुद्धीकरण का महाअभियान सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है और प्रशासनिक विभाग को इसके साथ जोड़कर प्रत्येक व्यक्ति का श्रमदान मां शिवना में स्वीकार करते हुए यह शासकीय विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होना चाहिए। राष्ट्र की प्रत्येक धरोहर पर इस प्रकार के श्रमदान चलाते हुए व्यक्ति को यह एहसास होता है कि यह हमारी राष्ट्रीय धरोहर है। इसे हम अपना पसीना अपना धन लगाकर सहेजना हमारी जिम्मेदारी है। मैं अपने विभाग के सभी कार्यकर्ताओं के साथ एवं कर्मचारियों के साथ यहां पहुंचा हूं मुझे संतोष मिला है।
सभी करें शिवना के लिए भागीदारी
दसवे दिन की श्रमदान में पहुंचे दौलत सिंह चौहान ने कहा नगर की जीवनदायिनी नदी को स्वच्छ करते हुए प्रवाहमान करने के लिए हर एक शहरवासी को यहां आकर श्रमदान करना चाहिए। हमारे शहर की पहचान के लिए हमें भी आगे आना होगा। हम जागरुक होंगे तो ही नदी फिर से अपने स्वरुप में दिखेगी। जब भी शिवना मां के लिए पुकारा जाएगा अपने सभी साथियों के साथ इस महाअभियान में भागीदारी करता रहूंगा।
दसवे दिन की श्रमदान में पहुंचे दौलत सिंह चौहान ने कहा नगर की जीवनदायिनी नदी को स्वच्छ करते हुए प्रवाहमान करने के लिए हर एक शहरवासी को यहां आकर श्रमदान करना चाहिए। हमारे शहर की पहचान के लिए हमें भी आगे आना होगा। हम जागरुक होंगे तो ही नदी फिर से अपने स्वरुप में दिखेगी। जब भी शिवना मां के लिए पुकारा जाएगा अपने सभी साथियों के साथ इस महाअभियान में भागीदारी करता रहूंगा।
सौभाग्य की बात है
उपसंचालक कृषि विभाग के सुरेंद्र सिंह भदोरिया ने कहा शिवना के लिए कुछ करना बड़े सौभाग्य की बात है। श्रमदान जागरुकता और शिवना के प्रति आस्था को दर्शाता है। इस शिवना के लिए हमारा श्रमदान सुनिश्चित किया यह भी सौभाग्य की बात है। जिस शिवना का हम जल पीकर अपना जीवन चला रहे हैं उसके लिए समय निकालना हमारा फर्ज है। पूर्ण विश्वास है शिवना शुद्ध होकर फिर से प्रवाहमान होगी।
उपसंचालक कृषि विभाग के सुरेंद्र सिंह भदोरिया ने कहा शिवना के लिए कुछ करना बड़े सौभाग्य की बात है। श्रमदान जागरुकता और शिवना के प्रति आस्था को दर्शाता है। इस शिवना के लिए हमारा श्रमदान सुनिश्चित किया यह भी सौभाग्य की बात है। जिस शिवना का हम जल पीकर अपना जीवन चला रहे हैं उसके लिए समय निकालना हमारा फर्ज है। पूर्ण विश्वास है शिवना शुद्ध होकर फिर से प्रवाहमान होगी।
सभी की सहभागिता शिवना के स्वच्छ बनाएगी
शहर की रुबीमाधव श्रीवास्तव ने कहा कि मां शिवना मंदसौर की जीवनदायिनी है। हम सभी की सहभागिता पुण्य सलिला शिवना मां को स्वच्छ सुंदर बनाएगी। शिवना शुद्धिकरण अभियान में सभी को थोड़ा सा समय निकालकर इस श्रमदान का हिस्सा बनना चाहिए। खुद प्रेरित रहे और दूसरो को भी प्रेरित करें। एक दिन हम होंगे कामयाब।
शहर की रुबीमाधव श्रीवास्तव ने कहा कि मां शिवना मंदसौर की जीवनदायिनी है। हम सभी की सहभागिता पुण्य सलिला शिवना मां को स्वच्छ सुंदर बनाएगी। शिवना शुद्धिकरण अभियान में सभी को थोड़ा सा समय निकालकर इस श्रमदान का हिस्सा बनना चाहिए। खुद प्रेरित रहे और दूसरो को भी प्रेरित करें। एक दिन हम होंगे कामयाब।