विदिशा। बारिश का मौसम शुरू होने में सिर्फ एक माह शेष है। जिले में 15 जून तक बारिश होने लगती है, लेकिन बारिश पूर्व सड़कों की मरम्मत की तरफ अभी तक नपा द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया है। आवागमन की सुविधा को लेकर जनता की उपेक्षा का यह पहला वर्ष नहीं है। गत वर्ष भी ऐसे ही हालात थे और बारिश में इन सड़कों की हालत और बदतर हो गई। अब एक वर्ष से अधिक समय हो चुका है नागरिकों को इन गड्ढानुमा सड़कों का सामना करते हुए और इस बार भी समय रहते सड़कें दुरुस्त नहीं हुई तो लगातार दूसरे वर्ष भी लोगों को बारिश में बदहाल सड़कों से सामना करना पड़ सकता है।
सड़कों की मरम्मत के टैंडर जारी किए पर नहीं करा पाए काम
करोड़ों का बजट पेश करती आई इस नगरपालिका की हालत यह कि टैंडर जारी करने के साल भर बाद भी वह सड़कों के गड्ढे तक नहीं भरा पाई है। नपा की प्रतिष्ठा यहां तक गिरी कि सड़क मरम्मत के लिए 20 लाख का टेंडर हो जाने के बाद भी ठेकेदार महीनों तक नपा को टालता रहा और आखिर में इस काम से इंकार कर दिया और नपा सड़कों के गड्ढे तक नहीं भरवा पाई। सीएमओं सुधीरसिंह ने उस दौरान आश्वस्त किया था कि दोबारा टैंडर कराए जाएंगे और मई माह तक सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया जाएगा, लेकिन सड़कों की मरम्मत कार्य को लेकर अभी तक नपा में कोई हलचल दिखाई नहीं दे रही है।
शहर की उत्कृष्ट सड़क हो चुकी निकृष्ट
सड़कों की उपेक्षा यहां तक कि शहर में मुख्यमंत्री अधोसंरचना के तहत बनी उत्कृष्ट सड़क अब निकृष्ट सड़क बन चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार दुर्गानगर चौराहे से बालाजीपुरम तक करोड़ों रुपए लागत से यह सड़क बनी लेकिन कुछ ही वर्ष में बदहाल हो गई। इस कार्य के तहत मौजूद सड़क केे दोनों और 3.5 मीटर सड़क की चौड़ाई बढ़ाना था। इस तरह कुल चौड़ाई सात मीटर बढ़ने के साथ ही दोनों ओर नाले बनना थे, लेकिन निर्माण कार्य के दौरान सड़क किनारे के कई स्थान पर अभी भी सड़क कार्य में छूटे हुए हैं। मार्ग पर काफी गड्ढे हो चुके। नाले बनाए गए पर ढके नहीं गए। सीवेज लाइन के लिए इस मार्ग पर खुदाई हुई पर सड़क की मरम्मत ठीक से नहीं हो सकी और इस समय पूरी सड़क ही उखड़ी हुई है। परिषद काल में इस सड़क को लेकर समस्या बताई जाती रही। इस पर ठेकेदार की राशि भी रोकी गई है पर सड़क को उत्कृष्ट सड़क का स्वरूप नहीं दिया जा सका।
इन सड़कों की भी हालत खराब
वहीं शहर कई सड़कों की हालत खराब है। सर्वा धिक खराब सड़कों में बरईपुरा से रामलीला यह सड़क पूरी तरह ऊबड-खाबड़ होने से सड़क हादसों का अ धिक डर बना हुआ है। इसी तरह डंडापुरा में शासकीय एमएलबी स्कूल से गुलाबवाटिका तक रोड बुरी हालत में हैै।इस रोड पर कई बारिश का पानी सड़क पर भराने की नौबत बनती है। नीमताल से विवेकानंद चौराहा तक सड़क की खराब हालत अ धिकारियों से छिपी नहीं है। इस मार्ग को नया बनाने की बात चल रही लेकिन बारिश से पूर्व यह मार्ग बन पाएगा। इसमें नागरिकों को संदेह है। टीलाखेड़ी क्षेत्र में कई सड़कें बुरे हाल में है। वहीं बायपास से शहर के अंदरूनी मार्ग से जूड़ी सभी सड़कों की हालत खराब है। इधर पुरानी मंडी गेट से शिक्षक कॉलोनी की ओर जाने वाला मार्ग भी कई स्थानों पर काफी खराब है। वहीं अरिहंत विहार कॉलोनी के रहवासी सड़कों की खराब िस्थति को लेकर पिछले दिनों विरोध प्रदर्शन कर चुके लेकिन मरम्मत कार्य शुरू नहीं हो पाए। इसी तरह शहर की अ धिकांश सड़कें बदहाल है और बारिश पूर्व अगर इनकी मरम्मत नहीं हो सकी यह सड़कें आफत बन जाएंगी।
वर्जन
परिषद काल तक वार्डों में सड़कों के कार्य होते रहे लेकिन इसके बाद अधिकारियों ने जनता की इस महत्वपूर्ण जरूरतों की अनदेखी और पिछले एक वर्ष में न तो सड़कों की मरम्मत हो पाई न ही नई सड़कें बन पा रही। सड़कें पहले से ही खराब थी और अब उनकी हालत और ज्यादा बदतर हो चुकी है। अभी भी ध्यान नहीं दिया गया तो बारिश में निश्चित ही नागरिकों को काफी परेशानी से जूझना पड़ेगा।
-केके गुप्ता, पूर्व पार्षद
दुर्गानगर उत्कृष्ट सड़क का कार्य सात वर्ष से अधिक समय से चल रहा, लेकिन अभी भी अधूरा है और जो कार्य हुआ था वह भी उखड़ गया। इस संबंध में परिषद के रहते कई बार सीएमओ के समक्ष यह समस्या उठाई गई, ठेकेदार का भुगतान रोकने की बात भी कही गई,लेकिन सड़क की हालत पहले से बदतर हो गई।
-भावना अविनाश सनेहा, पूर्व पार्षद
करैयाखेड़ा की मेन रोड काफी खराब है। सीवेज लाइन के लिए खुदाई की लेकिन इस खुदाई में भराव ठीक से नहीं किया गया जिससे पूरी सड़क गड्ढों में तब्दील है। सीएमओ एवं सीवेज से संबंधित इंजीनियर को कई बार समस्या से अवगत कराया जाता रहा लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा जिससे बारिश के दौरान सड़कों हादसों का डर बना रहेगा।
-ब्रजेंद्र वर्मा, पूर्व पार्षद, करैयाखेड़ा क्षेत्र
शहर की सभी सड़कों की मरम्मत के लिए पूर्व में टैंडर हुआ था लेकिन ठेकेदार ने कार्य नहीं किया। अब शहर की सभी सड़कों की मरम्मत व डामरीकरण के लिए टैंडर निकाले गए हैं। अगर कार्य के दौरान बारिश शुरू नहीं हुई तो यह सड़कें दुरुस्त हो सकेगी।
-सुधीरसिंह, सीएमओ