Sunday, September 28

भीषण चक्रवात में बदला तूफान ‘असानी’, अलर्ट पर ओडिशा और बंगाल, अगले 24 घंटे भारी

बंगाल की खाड़ी में आया तूफान ‘असानी’ (Cyclone Asani) गंभीर चक्रवात में बदल गया है। उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा तटों की दिशा में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के कारण यह खतरनाक हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने के अनुसार चक्रवात ‘असानी’ के उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने इसे लेकर बड़ा अलर्ट जारी किया है। इसके एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका जताई गई। चक्रवात असानी को देखते हुए बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि अगले 24 घंटे काफी भारी गुजरने वाले हैं। प्रशासन सूखे भोजन और आवश्यक दवाओं की व्यवस्था के अलावा, निकासी की जरूरत होने पर चक्रवात आश्रयों, स्कूलों और अन्य पक्के ढांचे को तैयार कर रहे हैं।

तीनों राज्यों को अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चक्रवाती तूफान असानी को लेकर पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश और ओडिशा में अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, तूफान असानी मंगलवार को उत्तर आंध्र-ओडिशा तटों से पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में पहुंचने के बाद उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने की आशंका है। इसके बाद गंभीर यह बुधवार को भयानक चक्रवाती तूफान में बदलने और गुरुवार तक गहरे दबाव में बदलने की आशंका है।

ओडिशा में बचाव अभियान की पर्याप्त व्यवस्था
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात पूर्वी तट के समानांतर चलेगा और मंगलवार को बारिश होने की संभावना है। राष्ट्रीय आपदा प्रक्रिया बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और दमकल सेवाओं के बचाव दल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। इसके बारे में जानकारी देते हुए ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पीके जेना ने कहा कि तूफान से बचाव के लिए राज्य सरकार ने बचाव अभियान के लिए पर्याप्त व्यवस्था कर ली है।

कोलकाता में आपदा प्रबंधन टीम सतर्क
कोलकाता के महापौर फिरहाद हाकिम ने कहा कि चक्रवाती तूफान की भविष्यवाणी के बाद आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क कर दिया गया है। हाकिम ने कहा कि मई 2020 में अम्फान चक्रवात के विनाशकारी प्रभावों से सबक लेते हुए, नगर निगम प्रशासन गिरे हुए पेड़ों और अन्य मलबे के कारण होने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए क्रेन, विद्युत आरी और बुल्डोजर को सतर्क रखने जैसे सभी उपाय किया जा रहा है।

मछुआरों को तटों पर न जाने की हिदायत
मौसम विभाग का कहा है कि चक्रवात के सोमवार से शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल के गंगा वाले तटीय इलाके में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही मछुआरों को सलाह दी है कि वे अगली सूचना तक समुद्र और पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर न जाए। सरकार चिलिका में सोमवार से चक्रवात के गुजरने तक नावों की आवाजाही रोक दी है।