Sunday, September 28

स्वच्छता सर्वेेक्षण के एनवक्त पर कचरा संयंत्र की मशीनें खराब

विदिशा। शहर में स्वच्छता

सर्वेक्षण के चलते स्वच्छता पर ध्यान दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। बताते हैं ओएफडी की टीम सर्वे कार्य कर चुकी और और अब स्टार रैटिंग की टीम कभी भी आ सकती है। इस टीम की निगाहें मुख्य रूप से कचरा प्रबंधन एवं स्वच्छता पर रहेगी लेकिन ऐसे वक्त में यहां गुठान िस्थत प्लास्टिक कचरा रिसाइकल के लिए लगाई गई मशीनें खराब है और यह संयंत्र कई दिनों से बंद है। ऐसे में स्टार रैटिंग में अच्छे अंक आने की उम्मीद टूट रही है।  मालूम हो कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व गुठान क्षेत्र में कचरा सब स्टेशन बनाया गया था। यहां शहर के वििभन्न क्षेत्रों से घर-घर से आए कचरे को एकत्रित कर यहां से बड़े वाहनों के जरिए सोठिया ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचाया जाना मुख्य उद्देश्य था। बाद में इस स्थान पर प्लास्टिक कचरे के रिसाइकल के लिए नपा ने वि भिन्न मशीनें स्थापित संयंत्र लगाया। इसके पीछे नपा की मंशा शहर को प्लास्टिक, पॉलीथिन कचरे से मुक्त करने थी। इस संयंत्र का कार्य भोपाल की एक कंपनी को दिया गया था जो गुठान पर आए कचरे से प्लास्टिक पॉलीथिन को अलग कर प्लास्टिक के गत्ते, दाने आदि का निर्माण कर रही थी, लेकिन मशीन खराब होने के बाद यह कंपनी काम छोड़कर चली गई और यह संयंत्र कई दिनों से बंद है। नपा से मिली जानकारी के अनुसार अब इसका ठेका दूसरी एजेंसी को दिया गया है, लेकिन यहां पानी की व्यवस्था के लिए बोर एवं बिजली की व्यवस्था के लिए ट्रांसफार्मर लगवाया जाना शेष है।  संयंत्र बंद होने से स्टार टिंग को धक्का नपा कर्मचारियों का कहना है कि स्टार रैटिंग में इस संयंत्र के रहते अच्छे अंक की उम्मीद थी लेकिन अब यह उम्मीद टूट गई है। वहीं सोठिया ट्रेंचिंग ग्राउंड पर भी बिजली व खाद बनाने वाला करीब 19 करोड़़ का संयंत्र स्थापित नहीं हो पाया। यह संयंत्र शासन के पास विचाराधीन है। यह दोनों संयंत्र स्टार रैटिंग में अच्छे अंक दिलाने में मददगार साबित होते लेकिन इन महत्वपूर्ण जरूरतें पूरी नहीं हो पाई इससे स्टार रैटिंग के 1100 अंकों में से सिर्फ 300 तक अंक मिलने की उम्मीद नपा कर्मचारी लगा रहे है। नपा से मिली जानकारी के अनुसार नपा ने पार्काें में नाडेफ गड्ढे बनाए हैं कुछ कालॉनियों में मटका वितरित कर कचरे से खाद बनाने के प्रयास किए गए। इन गड्ढों व मटकों में खाद बन रही है और इन प्रयासों में स्टार रैटिंग में कुछ अंक हासिल हो सकेंगे।  नाले कवर्ड नहीं, सड़कों पर कचरा से होंगे अंक प्रभावित शहर में स्वच्छता की िस्थति यह कि स्वच्छता कार्य से जुड़े कर्मचारी भी इस बार अच्छी रैटिंग की उम्मीद कम लगा रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि स्टार रैटिंगमें अच्छे अंक के लिए नाले कवर्ड होना थे, लेकिन बहुत कम नाले ही कवर्ड हो पाए। सुबह सड़कों व घूरों की सफाई होती पर दाेपहर में लोगों द्वारा सड़कों कचरा फेंकना बंद नहीं हो पाया है। कर्मचारियों का कहना है कि सफाई कर्मचारी पर्याप्त है लेकिन स्वच्छता कार्य की मानीटरिंग ठीक से नहीं हो पा रही। सफाई पर निगरानी रखने वाले कर्मचारियों की नपा में कमी है। स्वच्छता कार्य में छह स्वास्थ्य निरीक्षक होना चाहिए, दो ही स्वास्थ्य निरीक्षक है। इसी तरह नपा में स्वास्थ्य अ धिकारी का पद वर्षों से खाली है। वहीं शहर में सफाई कार्य के लिए करीब 8 दरोगा होना चाहिए, लेकिन सिर्फ दो दरोगा है। प्रभारी के रूप में 4 दरोगा बनाए गए लेकिन अनुभव की कमी के कारण आशानुरूप कार्य नहीं हो पा रहा और यह सारी िस्थतियों से इस बार सर्वेक्षण रैटिंग में पिछले वर्ष से पिछड़ने की नौबत बन आई है। अब तक यह रही नपा की रैकिंग वर्ष रैकिंग 2016-146 2017-196 2018-173 2019-196 2020-85 2021-89  वर्जन कचरा संयंत्र बंद होने से स्टार रेंटिंग प्रभावित होने की आशंका है। सोठियां में िस्थत ट्रेंचिंग ग्राउंड पर अगर बिजली व खाद संयंत्र लग जाता तो िस्थति बेहतर हो सकती थी। इसके लिए सतत प्रयास जारी है। स्वास्थ्य निरीक्षकों व दरोगाओं की कमी से स्वच्छता कार्य प्रभावित है। कमियों की पूर्ति एवं नागरिकों की जागरुकता से ही सर्वेक्षण में अच्छे अंक आना संभव हो सकेगा। -नरेंद्र तिवारी, प्रभारी, स्वास्थ्य शाखा, नपा