Thursday, October 2

पता होता हमें दबाया जाएगा तो कश्मीर विलय पर हमारा फैसला कुछ और होता- उमर अब्दुल्ला

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने देश में चल रहे हलाल, लाउडस्पीकर और हिजाब जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि यदि कश्मीर के विलय के समय हमें पता होता कि हमारे साथ ऐसा व्यवहार होगा तो शायद हमारा फैसला तब अलग होता। इस बयान पर सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिली। कुछ यूजर्स ने कश्मीरी पंडितों का मुद्दा एक बार फिर से उठाया।

उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा, “सियासत के लिए गलत माहौल बनाया जा रहा है। ये सिर्फ हिजाब की बात नहीं है, हमें कहा जा रहा है कि मस्जिदों में लाउड स्पीकर इस्तेमाल नहीं होने चाहिए। क्यों? अगर बाकी जगहों पर लाउड स्पीकर इस्तेमाल होते हैं तो मस्जिदों में क्यों नहीं? दिन में पाँच बार ही अजान होती है तो इसमें गुनाह क्या है?”

उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा, “आप हमें कहते हो कि हमें हलाल मीट नहीं बिकना चाहिए। हमारे मजहब में लिखा है कि हलाल मीट ही खाना है। आप इसपर रोक क्यों लगा रहे हैं? हम आपको हलाल मीट खाने पर मजबूर नहीं कर रहे कि आप हलाल मीट खाएं। आप अपने हिसाब से खाइए हम अपने हिसाब से कहयएंगे। हम आपसे नहीं कहते कि मंदिरों में माइक नहीं लगने चाहिए। क्या मंदिरों, गुरुद्वारे में माइक नहीं लगते? लेकिन आपको सिर्फ हमारा माइक खटकता है, आपको सिर्फ हमारा मजहब खटकता है। आपको सिर्फ हमारे कपड़े पसंद नहीं हैं। आपको सिर्फ हमारा नमाज पढ़ने का तरीका पसंद नहीं है। बाकियों से आपको कोई ऐतराज नहीं है।”
उन्होंने नफरत की राजनीति का भी उल्लेख किया और कहा, “ये एक एक नफरत यहाँ डाली जा रही है। मैं फिर कहता हूँ कि ये वो हिंदुस्तान नहीं है जिसके साथ जम्मू-कश्मीर ने समझौता किया था। हमने उस हिंदुस्तान के साथ समझौता किया था जिसमें हर मजहब को बराबरी की नजर से देखा जाएगा। हमें ये नहीं देखा था कि एक मजहब को ज्यादा अहमियत दी जाएगी और दूसरे मजहब को दबाया जाएगा। हमें ये कहा गया था कि आपको बराबरी का दर्जा मिलेगा तब हमने सोच समझकर फैसला लिया था। लेकिन हमें ये कहा गया होता कि बराबरी नहीं होगी तो शायद हमारा फैसला कुछ और होता।”

उन्होंने कहा कि “हम भाईचारे की बात करते हैं लेकिन हमारा मुकाबला उन लोगों के साथ है जो भाई चारे को तहस-नहस करने की बात करते हैं। हम इसकी इजाजत नहीं देंगे।”