विदिशा। नगरपालिका द्वारा जतरापुरा में बनाए जा रहे 864 प्रधानमंत्री आवास अब नपा के गले की फास बन रहे हैं। यह आवास आधे अधूरे हैं और नपा की खुद वित्तीय िस्थति ठीक नहीं है। सरकार से भी मदद के प्रयास किए गए लेकिन कोई सफलता नहीं मिलने पर अब नपा को भवनों के अपूर्ण कार्य को पूरा कराने के लिए अहमदपुर मार्ग पर अपने खाली प्लाटों को बेचने की नौबत बन गई है। मालूम हो कि प्रधानमंत्री आवास की यह योजना 72 करोड़ की है। इसमें 648 आवास गरीबों को उपलब्ध कराने के लिए बनाए जा रहे तो वहीं 216 एलआईजी आवासों का निर्माण कराया जा रहा है जिनका विक्रय नीलाम प्रक्रिया के जरिए होना है पर सभी भवन अभी पूर्ण आकार नहीं ले पाए। कई वर्ष हो जाने से हितग्राही भी परेशान हैं तो वहीं नीलाम के लिए कुल एलआइजी आवास तैयार भी हुए हैं तो उन्हें खरीददार नहीं मिल रहे। ऐसे में नपा मुश्किल में बनी हुई है नपा ने पांच से दस करोड़ की राशि मांगने के प्रयास शासन से किए लेकिन शासन से राशि नहीं मिल पाई अधूरे भवन होने से हितग्राहियों से भी राशि नहीं मिल पा रही और इन िस्थतियों भवनों का कार्य पूरा कराने हेतु नपा अपने खाली प्लाट बेचने की तैयारी में है। अहमदपुर मार्ग पर बेेचे जा रहे 24 प्लाट नपा कर्मचारियों के मुताबिक अहमदपुर मार्ग पर नपा की काफी अधिक भूमि थी। पूर्व में यहां नपा कर्मचारियों की कॉलोनी बनाना तय हुआ था। बाद में गरीबी योजना के तहत कुछ वर्ष पूर्व आवास बन गए। इसी जमीन में अटल उद्वान का निर्माण हो गया। अब यहां नपा के 20 वाय 40 साइज के 24 प्लॉट है जिन्हें प्रति प्लॉट 10 लाख रुपए कीमत में नपा बेचना चाह रही है। कर्मचारियों के मुताबिक इन प्लाटों से जो राशि एकत्रित होगी उससे प्रधानमंत्री योजना के भवनों का निर्माण कार्य को पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा। ———- 2018 में पूरा होना था कार्य पूरा पर अभी भी अधूरा जतरापुरा क्षेत्र में भवनों का यह कार्य वर्ष 2016 में शुरू हुआ था जो 2018 में पूरा होना था, लेकिन अभी भी भ्रवन अधूरे हैं करीब 72 करोड़ के प्रोजेक्ट में 648 आवास ईडब्ल्युएस एवं 216 आवास एलआईजी बन रहे हैं। ईडब्ल्युएस आवास ऐसे गरीबों को दिया जाना है जिनका प्रदेश व देश में कहीं घर न हो।करीब 6 लाख 50 हजार की लागत के यह आवास प्रति हितग्राही को सिर्फ 2 लाख रुपए में दिया जाना है। इसमें हितग्राही को 20 हजार रुपए नकद जमा करनी है और 1 लाख 80 हजार की राशि उन्हें बैंक लोन लेकर जमा कराना है। नपा का यह गणित था कि इन हितग्राहियों से करीब 12 करोड़ 96 लाख की राशि प्राप्त होगी लेकिन अधिकांश हितग्राहियों से यह राशि नहीं मिल सकी। वहीं 216 एलआईजी आवासों को नीलाम कर करीब 25 करोड़ की राशि मिलने की उम्मीद थी, लेकिन यह भवन भी लेने कोई ग्राहक नहीं आ रहे। इन भवनों में मूलभूत सुविधाओं के काम होना बाकी है वहीं कई भवन अधूरे हैं। बकि नगरपालिका खुद इस कार्य में अपनी करीब 22 करोड़ लगा चुकी है। इस योजना के तहत अब तक करीब 70 गरीब हितग्राही नपा में अपनी राशि जमा कर पाए हैं और अब उन्हें आवास नहीं मिल रहे। इन िस्थतियों के चलते नपा अब अधूरे कार्य को पूरा करने की तैयारी में है। —- वर्जन जिन हितग्राहियों की राशि जमा हो चुकी उनके आवास शीघ्रता से पूरे कराए जा रहे हैं। ठेकेदार द्वारा कार्य शुरू कर दिया गया है। मई माह के अंत तक कार्य पूरा होने होने की संभावना है। -आजाद जैन, सब इंजीनियर, नपा ————- नपा की वित्तीय िस्थति खराब होने एवं हितग्राहियों से भी राशि नहीं मिलने से आवास योजना के कार्य मे देरी हुई है। यह कार्य शीघ्रता से पूरा कराया जा रहा है। -सुधीरसिंह, सीएमओ ——–