Wednesday, September 24

पाकिस्तान में सियासी घमासान LIVE:शहबाज शरीफ होंगे विपक्ष के PM कैंडिडेंट; सरकार बचाने के लिए इमरान का नया पैंतरा

पाकिस्तान की सियासत के लिए यह हफ्ता बेहद अहम है। प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस 31 मार्च को होगी। इसके बाद वोटिंग होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विपक्ष के पास 210 से ज्यादा सांसदों का समर्थन है। बहुमत का आंकड़ा 172 है।

विपक्षी गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDM) ने शहबाज शरीफ को अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। उधर, इमरान खान ने सहयोगी पार्टी PML-Q को विपक्ष के पाले में जाने से रोकने के लिए उसे पंजाब प्रांत के CM का पद परोसकर मुकाबले में अपना आखिरी पत्ता भी खेल दिया है।

इमरान खान को आखिरी धक्का देने का वक्त आ गया
दूसरी तरफ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज का कहना है कि इमरान खान को उनकी हार की तरफ आखिरी धक्का देने का वक्त आ गया है। सोमवार को इस्लामाबाद में PDM के जलसे को संबोधित करते हुए उन्होंने इमरान खान पर तीखा हमला किया।

शहबाज पर दांव क्यों
PDM में तीनों बड़ी विपक्षी पार्टियां शामिल हैं। नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और मौलाना फजल-उर-रहमान की जमीयते उलेमा-ए-इस्लाम (JUI-F)। मौलाना और शहबाज शरीफ दोनों को गंभीर नेता माना जाता है। दोनों ही फौज के करीबी हैं। लेकिन, शहबाज के पक्ष में सबसे बड़ी बात यह है कि उन्हें एडमिनिस्ट्रेशन का काफी तर्जुबा है। वह पाकिस्तानी पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पूर्व पीएम नवाज शरीफ के भाई हैं। लिहाजा, उनके नाम पर मुहर लगना पहले ही तय माना जा रहा था।

पंजाब में बदलाव की असल वजह
इमरान ने पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार को हटाकर परवेज इलाही को कुर्सी देने का फैसला इसलिए किया ताकि इलाही गुट विपक्ष के पाले में न चला जाए। हालांकि, इलाही के पास 8 सांसद ही हैं और अकेले उनके दम पर इमरान कुर्सी नहीं बचा सकते। इसकी वजह यह है अपोजिशन के समर्थक सांसदों का आंकड़ा 210 के करीब पहुंचने की खबर है। बहुमत के लिए सिर्फ 172 सांसद ही चाहिए।

इमरान को अपने ही मंत्री की सलाह
इमरान सरकार में मंत्री असद उमर ने इमरान खान को सलाह दी है कि वो नए चुनाव कराएं, जिससे विपक्ष को ये पता चल सके कि कौन किस के साथ है। मंत्री ने कहा कि इमरान भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ जंग छेड़ रहे थे, जो गलत तरीकों से कमाए गए धन के जरिए पाकिस्तान की राजनीति में शामिल थे।