ग्वालियर पुलिस ने इंटरस्टेट चोर गैंग को गिरफ्तार किया है। गैंग का मास्टरमाइंड 73 साल का बुजुर्ग है। यही पूरी गैंग को ऑपरेट कर रहा था। यह गैंग दिल्ली से लग्जरी कारों से निकलती थे। ग्वालियर और दूसरे शहरों आकर पॉश मल्टी के सूने फ्लैट को टारगेट कर माल भरकर निकल जाते थे। गिरोह इतना शातिर है कि रास्ते में जिस भी स्टेट की सीमा पड़ती, वहां की नंबर प्लेट अपनीं कारों पर लगा लेते थे।
इतना ही नहीं, सभी की जेब में CID (क्राइम इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट) की ID होती थी। इससे टोल पर यह अपनी गाड़ियों को आसानी से निकाल ले जाते थे। इससे उनकी कोई जानकारी विभाग के पास नहीं होती थी। गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनसे ग्वालियर में अब तक 6 चोरियों का खुलासा हुआ है।
SSP अमित सांघी ने बताया कि गैंग को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच और मुरार थाना पुलिस की 6 टीमें बनाकर दिल्ली भेजी गई थीं। पुलिस को कुछ स्पॉट से CCTV कैमरे के फुटेज मिले थे। इसके आधार पर टीम ने चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाली इंटरस्टेट गैंग को दिल्ली में धर दबोचा। गिरोह का मास्टरमाइंड 73 साल का शकील खान है। उसके अलावा 4 अन्य को अरेस्ट किया गया है।
गैंग 1990 से कर रहा वारदातें
गैंग के सदस्यों ने शहर के सांई अपार्टमेंट, थाटीपुर, विश्वविद्यालय और ऑर्किड ग्रीन सिटी सेंटर में चारियां स्वीकारी हैं। इनके पास से 8 तोला सोना, 700 ग्राम चांदी के जेवर, 75 हजार रुपए कैश बरामद हुए हैं। जब पुलिस ने गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि यह इंटरस्टेट गिरोह 1990 से लगातार चोरी और नकबजनी की वारदातों को अंजाम देता आ रहा है।
ये पकड़े गए
पुलिस ने इंटरस्टेट गैंग के सदस्य नासिर शेख निवासी कबीर नगर शाहदरा (दिल्ली), इशरत अली निवासी खुरेजी खाज (दिल्ली), राजू उर्फ राजेन्द्र ग्वाला निवासी प्रेमनगर (गाजियाबाद यूपी), शकील खान (73) निवासी प्रेमनगर (गाजियाबाद यूपी), राजू अली निवासी रामनगर शाहदरा (दिल्ली) को गिरफ्तार किया है।