Wednesday, September 24

PAK में भारत की मिसाइल फायरिंग पर एक्सपर्ट:भारत की इमेज पर असर पड़ना तय, पाकिस्तान ने अभी बवाल नहीं किया पर ऐसा मुद्दा वो छोड़ेगा नहीं

9 मार्च को इंडियन आर्मी की मिसाइल पाकिस्तान के मियां चन्नू इलाके में गिरी थी। इस मामले को लेकर शुक्रवार को पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिक को तलब किया और विरोध दर्ज कराया। वहीं, पाकिस्तान के फॉरेन मिनिस्टर शाह महमूद कुरैशी ने भी मामले को P-5 देशों (UN सिक्योरिटी काउंसिल) के परमानेंट मेंबर्स के सामने रखने की बात कही है।

भारत की तरफ से हुई इस ‘एक्सीडेंटल फायरिंग’ को लेकर हमने डिफेंस एक्सपर्ट सुशांत सरीन से बात की। सुशांत का कहना है कि अभी तो इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन इस हादसे की वजह से भारत की इमेज पर असर तो पड़ेगा ही

सवाल- हादसा किस वजह से हुआ होगा?
जवाब- सवाल तो बहुत हैं, लेकिन अभी तक कोई क्लैरिटी नहीं है। फिलहाल, कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

सवाल- क्या इस तरह के हादसे पहले भी हुए हैं?
जवाब- मेरे हिसाब से तो यह पहली बार ही हुआ है कि किसी देश की मिसाइल दूसरे देश में चली गई हो।

सवाल- इस हादसे से देश और फौज की इमेज पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
जवाब- अभी तक तो पाकिस्तान से जो भी बयान आए हैं, वो रिस्पांसिबल लेवल के हैं। उन्होंने कोई बवाल नहीं मचाया, लेकिन पाकिस्तान इस मुद्दे को ऐसे तो नहीं छोड़ेगा।

सवाल- क्या भारत के न्यूक्लियर वॉर हेड पर सवाल खड़े होंगे?
जवाब- ऐसे सवाल तो उठेंगे ही। हालांकि, भारत और पाकिस्तान जैसे देशों में जब तक जंग का खतरा न हो तब तक न्यूक्लियर वॉर हेड को मिसाइल में लगाकर नहीं रखा जाता है।

सवाल- क्या दुनिया के किसी और देश में इस तरह के मामले सामने आए हैं?
जवाब- इस तरह का तो नहीं, हां लेकिन ऐसा जरूर हुआ है कि रडार में गड़बड़ी या फिर चिड़िया के झुंड की वजह से यह लगा है कि मिसाइल फायरिंग की गई है। लेकिन उन मामलों में 30-45 मिनट का वक्त मिला था, जिससे उन्हें सुलझा लिया गया। पर इस मामले में 3 से 4 मिनट में ही पूरी घटना घट गई।

सवाल- यह सुपरसोनिक मिसाइल कौन से हथियार ले जा सकती है?
जवाब- न्यूक्लियर और कन्वेंशनल दोनों तरह के हथियार ले जा सकती है।

सवाल- क्या मिसाइल टेस्टिंग को लेकर दुनिया में कोई सिंगल प्रोटोकॉल या ट्रीट्री है?
जवाब- पूरी दुनिया के लिए कोई सिंगल प्रोटोकॉल तो नहीं है, हां लेकिन बाइलेट्रल ट्रीट्री होती हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच भी यह तय है कि दोनों एक दूसरे को मिसाइल टेस्टिंग जानकारी देते हैं। लेकिन इससे ज्यादा कुछ नहीं है।