मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वन क्लिक करके किसानों के खाते में बीमा प्रीमियम राशि वितरित की है। वह बीमा प्रीमियम तय राशि से कम है। कांग्रेस के पूर्व विधायक निशंक कुमार जैन ने यह आरोप लगाया है। निशंक जैन ने कहा – किसानों की जो बीमा राशि स्वीकृत हुई है, उसे सरकार ने सहकारी समितियों एवं बैंकों के ऋण खाते में जमा करा लिया है। यह किसानों के साथ छल किया जा रहा है। उन खातों में जमा बीमा प्रीमियम राशि को होल्ड कर किसान को परेशान किया जा रहा है, जबकि सहकारी समितियों एवं बैंकों के ऋण वाले खातों में जमा करने की तिथि 31 मार्च है।
निशंक जैन ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के प्रीमियम की राशि बीमा कंपनियों से जारी कराकर ऋण खाते के माध्यम से सरकारी खजाने में जमा करा रही है जो की किसानों के प्रति गैर जिम्मेदाराना कदम है। कांग्रेस पार्टी ने किसानों की समस्याओं के समाधान तत्काल कर राहत देने की मांग की।
निशंक जैन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री कमलनाथ थे, तब बिजली 100 रुपए में 100 यूनिट की दर से प्रदाय कर आम आदमी को सुविधा दी जाती थी। बिजली के बिलों पर कोरोना काल में दी गई माफी को जोड़कर वसूली करना जनता के साथ सरासर धोका है। बिलों का भुगतान सुधार कर करने की मांग का ज्ञापन सौंपा।