मध्यप्रदेश में ठंड से कुछ राहत मिली है। करीब 7 दिन बाद रात का पारा अधिकांश इलाकों में 10 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। खजुराहो, ग्वालियर, पचमढ़ी और रायसेन जैसे कुछ इलाकों में ही यह 10 डिग्री से नीचे है।
मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि 21 और 22 जनवरी को कुछ इलाकों में हल्की बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। इसका ज्यादा असर भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा और शहडोल संभागों में रहेगा। 23 जनवरी तक मौसम इसी तरह रहेगा। बीती रात प्रदेश के ग्वालियर-चंबल इलाकों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई। इसके बाद कड़ाके की ठंड का एक और दौर आएगा।
यह सिस्टम कराएगा बारिश
उत्तरी बांग्लादेश के ऊपर एक चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय हैं। उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ (नमी भरी हवाएं) चक्रवातीय गतिविधियों के रूप में हैं। मध्य राजस्थान के ऊपर चक्रवात और बंगाल की खाड़ी में ट्रफ लाइन गुजर रही है। आज से पाकिस्तान से आ रही हवाएं के सक्रिय होने की संभावना बनी हुई है। इससे प्रदेश के पश्चिमोत्तर/ उत्तर-मध्य/ पूर्वोत्तर क्षेत्रों में बारिश/ ओले भी गिर सकते हैं।
एक और कड़ाके की ठंड का जोर आएगा
वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि जनवरी का आखिरी सप्ताह में कड़ाके की ठंड रहेगी। करीब पांच दिन तक फिर से प्रदेश के कई इलाकों में शीतलहर चल सकती हैं। यह 24 से लेकर 28 तक रहेगी। इससे फरवरी में भी ठंड रहेगी, लेकिन कड़ाके की ठंड की संभावना नहीं है।
यहां रात का पारा सबसे कम रहा
शहर | तापमान (डिग्री सेल्सियस में) |
खजुराहो | 6.4 |
उमरिया | 7.5 |
ग्वालियर | 7.5 |
रीवा | 7.6 |
चार प्रमुख शहर का न्यूनतम तापमान
शहर | तापमान (डिग्री सेल्सियस में) |
ग्वालियर | 7.5 |
जबलपुर | 10.4 |
भोपाल | 11.3 |
इंदौर | 12.5 |