सावधान हो जाइए, मध्यप्रदेश में कोरोना बेकाबू हो चुका है। नए मामलों में बढ़ोतरी की खतरनाक रफ्तार ने तीसरी लहर के संकेत दे दिए हैं। राज्य में पिछले 24 घंटे में 221 संक्रमित मिले हैं, जबकि एक हफ्ते पहले 42 केस सामने आए थे। इसका मतलब है 7 दिन में ही नए केसेस 500% बढ़ गए हैं। दूसरी लहर के बाद यह बड़ा उछाल है। अगर यही रफ्तार रही तो 10 जनवरी से हर दिन प्रदेश में एक हजार से ज्यादा केस आएंगे। सरकार कुछ और पाबंदियां लगाने पर विचार कर सकती है। इसकी शुरुआत हॉटस्पॉट बने इंदौर से हो सकती है।
अगर सात दिन में मिलने वाले केस देखें, तो रविवार, यानी 2 जनवरी, को खत्म हुए हफ्ते में प्रदेश में कोरोना के 752 मामले दर्ज किए गए। यह जून के बाद सबसे ज्यादा मामले थे। इससे पिछले हफ्ते (21-27 दिसंबर) में 236 मामले सामने आए थे। एक हफ्ते में प्रदेश में तीन गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है।
इस रफ्तार से केस बढ़ने पर सबसे खराब स्थिति इंदौर और भोपाल की रहेगी। इंदौर में 7 दिन बाद 400 से ज्यादा केस आने लगेंगे। यहां 24 घंटे में 100 के पार संक्रमित मिले हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या भी 5 दिन में ही पांच गुना हो गई है। प्रदेश के 57% केस यहीं पर हैं। रविवार तक यह संख्या 438 तक पहुंच गई। भोपाल में 24 घंटे में 54 केस मिले हैं, यहां एक्टिव केस 139 हो गए हैं।
इंदौर में संक्रमण दर बढ़कर 1.58 हुई
तीसरी लहर की दस्तक के साथ एक हफ्ते में ही इंदौर में नए संक्रमितों की संख्या दोगुने से ज्यादा हो गई है। रिकवर होने वालों की संख्या आधी रह गई है। 24 घंटे में 110 संक्रमित मिले हैं। 206 दिन बाद पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा तीन अंकों में आया है। इससे पहले 10 जून 2021 को 117 मरीज मिले थे।
यहां संक्रमण दर, यानी R वैल्यू 1.58 फीसदी हो गई है। संक्रमण को कम करने के लिए R वैल्यू का 1 से कम होना जरूरी है। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि अगर 100 व्यक्ति इन्फेक्टेड हैं और वे 100 लोगों को इन्फेक्ट करते हैं तो R वैल्यू 1 होगी। अगर वे 80 लोगों को इन्फेक्ट कर पा रहे हैं तो यह R वैल्यू 0.80 होगी।
छोटे शहरों में तेजी से केस बढ़ रहे
इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर के बाद उज्जैन, रीवा, खंडवा, होशंगाबाद जैसे छोटे शहरों में भी अब 4 से 10 केस आने लगे हैं। उज्जैन में 13, रीवा में 6, खंडवा में 5 केस 24 घंटे में आए हैं। प्रदेश के 28 जिलों में रोजाना कम से कम एक से दो केस सामने आ रहे हैं।
सबसे बड़ी चिंता, जिनके घर शादी
कोरोना के बढ़ते केस के साथ शादी वाले घरों में चिंता बढ़ गई है। 14 जनवरी से शादियां शुरू होने वाली हैं। अगर पाबंदियां बढ़ीं, तो बुकिंग के चलते उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। जिनके यहां फरवरी में शादी है, वे असमंजस में हैं कि बुकिंग करें या नहीं।