Wednesday, September 24

लखीमपुर कांड में 5 हजार पेज की चार्जशीट पेश:मंत्री टेनी के बेटे का करीबी भी आरोपी बना; चार्जशीट में मंत्री का नाम नहीं

लखीमपुर खीरी हिंसा के आज 90 दिन पूरे हो चुके हैं। मामले में SIT ने न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि यह चार्जशीट 5 हजार पन्ने की है। इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष के करीबी वीरेंद्र कुमार शुक्ला का नाम जोड़ा गया है। हालांकि, किसानों के वकील ने मंत्री अजय मिश्रा का नाम जोड़ने की अर्जी भी दी गई थी, लेकिन चार्जशीट में उनका नाम नहीं जोड़ा गया है।

लखीमपुर के तुकनिया में 3 अक्टूबर को एक पत्रकार समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें दोनों तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामले की जांच उत्तर प्रदेश SIT कर रही है। इस केस में मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा मोनू समेत 13 लोग न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं।

किसानों के वकील ने धारा बढ़ाने की जानकारी दी
तिकोनिया हिंसा मामले में किसानों के अधिवक्ता अमान ने बताया कि एफआईआर में 201 धारा की बढ़ोतरी की गई है। साथ ही वीरेंद्र कुमार शुक्ला के नाम को जोड़ा गया है। मंत्री का भी नाम जोड़ने की प्रार्थना की गई, लेकिन उनका नाम नहीं जोड़ा गया है।

SIT ने हादसा नहीं, सोची-समझी साजिश बताया
SIT के इंस्पेक्टर विद्या राम दिवाकर ने इसे दुर्घटना ना बताकर सोची समझी साजिश बताया था। उन्होंने अदालत से अनुरोध किया था कि मामले में आरोपियों के खिलाफ धाराओं को बदल दिया जाए। आगे से मामले की जांच उन्हीं धाराओं के तहत की जाए।

हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी
लखीमपुर में 3 अक्टूबर को हुई घटना में चार किसानों, एक स्थानीय पत्रकार समेत आठ लोगों की हत्या हुई थी। आशीष मिश्रा और उसके साथियों पर आरोप है कि वो फायरिंग करते हुए किसानों को अपनी गाड़ी से रौंदते हुए निकल गए थे। इसमें चार की मौत और कई गंभीर घायल हो गए थे।

4 अक्टूबर को तिकुनिया थाने में आशीष मिश्रा समेत कई अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। बाद में SIT की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि ये एक हादसा नहीं, बल्कि सोची समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया हत्याकांड है।