केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने जयपुर में अपनी ही सरकार को मुश्किल में डालने वाला बयान दिया है। उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण देने की वकालत करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने की बात कही है। मंगलवार को आदिवासी विकास परिषद के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुलस्ते ने कहा कि सरकारी कंपनियों का निजीकरण हो रहा है। ऐसे में सरकार को प्राइवेट सेक्टर में भी रिजर्वेशन लागू करना चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो हमें सरकार के खिलाफ प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण लागू करने के लिए आंदोलन भी खड़ा करना पड़ेगा।
कुलस्ते ने कहा कि हमें आक्रामक रुख अपनाते हुए अपने नेताओं और राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए। तभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के कान खुलेंगे। आरक्षण खत्म हो गया तो हमारे लोगों को कोई लाभ नहीं मिलेगा, इसलिए वक्त रहते हम सबको मिलकर आरक्षण के लिए लड़ाई लड़नी चाहिए।
चुनाव में ताकत दिखाएं: कुलस्ते
कुलस्ते ने कहा कि आदिवासी चुनाव में अपनी ताकत दिखाएं, जिससे राजनीतिक पार्टियों में संदेश जाएगा कि हमारे बिना आप की सरकार नहीं बनेगी। उन्होंने कहा की आदिवासी MP-MLA सामूहिक रूप से एकजुट होकर अपनी ताकत दिखाएं। यह बात मुख्यमंत्री के जेहन में भी रहना चाहिए। तब ही आदिवासियों की समस्या सदन में पहुंच पाएंगी और उसका समाधान हो पाएगा।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार पूरे देश में आदिवासी वर्ग को लुभाने के लिए कई प्रयास कर रही है। पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनाया था। इसे आदिवासी वर्ग में पैठ बनाने की कोशिशों के रूप में देखा जा रहा था। अब केंद्रीय मंत्री के इस बयान से फिर नई बहस छिड़ सकती है।