मलेशिया में शुक्रवार से हो रही भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई है। इसके चलते रविवार को 30 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो गए। सरकारी वेबसाइट के अनुसार, देश के 16 राज्यों और संघीय क्षेत्रों में से 8 में शनिवार को बाढ़ का जल स्तर खतरनाक स्तर चला गया है, जिससे आने वाले दिनों में हालात और भी बिगड़ सकते हैं।
मलेशिया में हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि देशभर में नदियों में उफान, लैंड स्लाइडिंग और सुनसान सड़कों पर डूबी कारें दिखाई दे रही हैं। वहीं, देश के 15 हाईवे पर आवागमन ठप रहने सप्लाई चेन प्रभावित होने लगी है। इससे जरूरी चीजों की कमी होने का खतरा भी पैदा हो गया है।
राजधानी क्वालालंपुर से लगा राज्य सेलांगोर बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यह मलेशिया का सबसे अमीर राज्य माना जाता है। यहां 10 हजार से ज्यादा लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। प्रधानमंत्री इस्माइल साबरी याकूब ने कहा कि फंसे हुए लोगों को आश्रय स्थलों तक पहुंचाने में मदद के लिए पुलिस, सेना और दमकल विभाग के 65 हजार से ज्यादा कर्मियों को तैनात किया गया है।
दिसंबर के महीने में 10 साल की सबसे भीषण बाढ़
दिसंबर के महीने में यह इस दशक की सबसे भीषण बाढ़ है। इसके कारण कई शहरी इलाके पानी में डूब चुके हैं। प्रमुख हाइवे बंद हैं, जिससे कई शहर दूसरे शहरों से कट गए हैं। बाढ़ के चलते हाईवे पर 5000 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं।
पोर्ट क्लैंग बंदरगाह और ट्रेन सर्विस बंद
बताया गया है कि मलेशिया में यह बाढ़ फिलीपींस में आए राय तूफान के चलते आई है। इससे मलेशिया का सबसे बड़े बंदरगाह पोर्ट क्लैंग पर कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यहां से शहर क्लैंग की ओर जाने वाली ट्रेन सेवाओं को रोक दिया गया है।
फिलीपींस में राय तूफान की चपेट में आकर जान गंवाने वालों की संख्या 208 तक पहुंच गई है। यहां तबाह हुए द्वीपों पर पानी और खाने-पीने का सामान पहुंचाने की कोशिश तेज हो गई है। यहां 30 हजार लोगों को घरों और समुद्र तट के किनारे बने रिसॉर्ट को छोड़कर जाना पड़ा है।