भारत की कोविड टास्क फोर्स के चीफ डॉक्टर वीके पॉल ने कहा है कि भारत को ऐसे वैक्सीन प्लेटफॉर्म तैयार करने चाहिए, जिनमें वायरस के बदलते वैरिएंट के मुताबिक तेजी से बदलाव किए जा सकें। कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के फैलने की चिंता के बीच डॉ. पॉल ने गुरुवार को कहा कि भारत में वायरस उस स्टेज की तरफ बढ़ता दिखाई दे रहा है, जब उससे कम या मध्यम संक्रमण फैलता है। इस स्थिति को एंडेमिसिटी कहा जाता है।
डॉ. पॉल ने कहा, ‘ऐसी स्थिति भी आ सकती है कि वायरस के सामने हमारी वैक्सीन असरदार न रहें। पिछले तीन हफ्ते में ओमिक्रॉन के साथ रहते हुए हमने देखा है कि ऐसे हालात बने हैं। इनमें से कुछ मामले सही भी हो सकते हैं। हालांकि अभी तक हमारे पास इसकी पूरी जानकारी नहीं है, इसलिए वैक्सीन के बेअसर होने के बारे में पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता।’
आस्ट्रेलियाई PM स्कॉट मॉरिसन कोरोना पॉजिटिव, एक दिन पहले स्कूल के कार्यक्रम में शामिल हुए थे
आस्ट्रेलिया के PM स्कॉट मॉरिसन कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मंगलवार को हुए कोविड टेस्ट में उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। मॉरिसन शुक्रवार को सिडनी में एक स्कूल ग्रेजुएशन सेरेमनी में शामिल हुए थे। इस सेरेमनी में 1,000 लोग शामिल हुए थे। हालांकि, सेरेमनी के बाद दो बार हुए RT- PCR टेस्ट में वह निगेटिव पाए गए थे। मॉरिसन के ऑफिस ने बताया कि PM में कोरोना की पुष्टि एक संक्रमित के संपर्क में आने के बाद हुई है।
इटली में कोरोना की वजह से लगी स्टेट इमरजेंसी अगले साल मार्च तक बढ़ाई गई
इटली की सरकार ने कोरोना महामारी पर स्टेट इमरजेंसी को 3 महीने और बढ़ा दिया है। मंगलवार को इमरजेंसी बढ़ाने वाले ड्राफ्ट को मंजूरी दी गई। जानकारी के मुताबिक, यह इमरजेंसी 31 मार्च 2022 तक लागू रहेगी। इटली की सरकार ने कोरोना के मामलों के सामने आने के बाद 31 जनवरी 2020 को स्टेट इमरजेंसी लागू की थी।
अमेरिका में कोरोना से अब तक 8 लाख मौतें
अमेरिका में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा मंगलवार को 8 लाख पार गया। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के ट्रैकर से यह आंकड़े सामने आए हैं। मौतों का यह आंकड़ा अमेरिका के नॉर्थ डकोटा और अलास्का जैसे कई राज्यों की आबादी से भी ज्यादा है।
WHO की चेतावनी- ओमिक्रॉन खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है, यह सोचना गलत कि इसमें बीमारी के हल्के लक्षण
ओमिक्रॉन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी जारी की है। संगठन ने कहा कि नया वैरिएंट खतरनाक तरीके से फैल रहा है। सिर्फ यह सोचना गलत है कि इससे हल्की बीमारी ही पैदा हो रहा है। संगठन ने बताया कि ओमिक्रॉन अब तक दुनियाभर के 77 देशों में फैल चुका है।