Sunday, September 28

शिक्षक सम्मान:अच्छे शिक्षक जीवन भर याद रहते हैं, उनके हर व्यवहार का मूल्यांकन होता है: शर्मा

पंडित चंद्रमोहन शर्मा की स्मृति में लोककल्याण न्यास के कार्यक्रम में विधायक ने कहा-

जिसका आचरण समाज एवं बच्चों को प्रेरणादायी हो सही मायने में वही शिक्षक है। शिक्षक का मुख्य गुण सत्यवक्ता, धर्मपरायण एवं अनुशासनात्मक होना चाहिए। जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है वही शिक्षक होता है। अच्छे शिक्षकों को छात्र जीवनभर याद रखते है। उनके हर व्यवहार का मूल्यांकन बड़ी गहराई से करते हैं। इसलिए शिक्षकों का यह दायित्व है कि वह अपनी सम्पूर्ण ज्ञान की उर्जा का उपयोग छात्रों के हित में करे। यह बात विधायक उमाकांत शर्मा ने रविवार को शिक्षक दिवस पर आयोजित शिक्षक सम्मान कार्यक्रम के दौरान कही। वे आदर्श शिक्षक पंडित चंद्रमोहन शर्मा की स्मृति में लक्ष्मीकांत शर्मा लोक कल्याण न्यास द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में प्राचीन काल से ही शिक्षकों का सम्मान करने की परंपरा है इसलिए हर साल गुरू पूर्णिमा के अवसर पर शिष्य अपने गुरुओं और शिक्षकों का सम्मान करते है। शिक्षक का अर्थ होता है सिखाने वाला अर्थात जो भी व्यक्ति हमें अपने जीवन में कुछ सिखाता है वह हमारा शिक्षक है। हमारे माता-पिता हमारी पहली पाठशाला एवं पहले गुरू है क्योंकि वह जीवन भर कुछ न कुछ सिखाते है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय सद्भावना टोली सदस्य सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि शिक्षक शासकीय रूप से भले ही सेवानिवृत हो जाए लेकिन वह मन से कभी सेवानिवृत नहीं होता है। उसके मन में जीवन भर दूसरों को कुछ न कुछ सिखाने की इच्छा रहती है। उन्होंने कहा कि भारत महान गुरुओं एवं संतो का देश रहा है कबीरदास, तुलसीदास एवं सूरदास जैसे कवियों के प्रेरणादायी दोहे पढ़कर हम ज्ञान प्राप्त करते हैं। कार्यक्रम को एडवोकेट प्रवीण आर्य और बीईओ एसएस बिसेन ने भी संबोधित किया। संचालन सतीश श्रीवास्तव और आभार दीनदयाल शर्मा ने व्यक्त किया।