Thursday, September 25

टोक्यो पैरालिंपिक्स में पहला गोल्ड:शूटर अवनि लखेरा ने गोल्ड जीतकर इतिहास रचा, एक्सीडेंट में रीढ़ की हड्डी टूटी थी, बिंद्रा की बायोग्राफी से मिली शूटिंग की प्रेरणा

टोक्यो ओलिंपिक्स में भारत की सुबह सोने-चांदी के साथ हुई। अवनि लेखरा ने निशानेबाजी में देश के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता। वहीं पुरुषों के एफ 57 कैटेगरी में योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल जीता। वहीं जेवलिन में भारत को दो मेडल आए। दो बार के गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझरिया ने तीसरा मेडल जीता लिया। उन्होंने 64.35 मीटर थ्रो कर सिल्वर जीता। जबकि सुंदर गुर्जर ने 64.01 मीटर के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता।

जयपुर की रहने वाली अवनि पैरालिंपिक गेम्स में गोल्ड जीतने वाली पहली महिला भी हैं। अवनि ने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में 209 पॉइंट स्कोर कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इससे पहले उन्होंने क्वॉलिफिकेशन राउंड में 7 वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी।

अवनि पैरालिंपिक में मेडल जीतने वाली तीसरी महिला एथलीट
अवनि पैरालिंपिक में मेडल जीतने वाली तीसरी शूटर भी हैं। उनसे पहले रियो में दीपा मलिक ने सिल्वर और टोक्यो पैरालिंपिक में व्हीलचेयर टेबल टेनिस में सिल्वर मेडल जीता।

एक्सीडेंट में टूट गई थी अवनि की रीढ़ की हड्‌डी
अवनि लेखरा और उनके पापा प्रवीण लेखरा का 2012 में जयपुर से धौलपुर जाने के दौरान एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें उनके पापा और वह घायल हो गई। कुछ समय बाद उनके पापा स्वस्थ हो गए, परंतु अवनि को तीन महीने अस्पताल में बिताने पड़े, फिर भी रीड की हड्‌डी में चोट की वजह से वह खड़े और चलने में असमर्थ हो गईं। तब से व्हीलचेयर पर ही हैं।

अभिनव बिन्द्रा की बायोग्राफी से प्रेरणा लेकर शूटिंग शुरू की
अवनि कुछ दिन डिप्रेशन में रही और अपने आप को कुछ दिनों तक कमरे बंद कर लिया। माता-पिता के सतत प्रयासों के बाद अवनि में आत्म विश्वास लौटा और अभिनव बिन्द्रा की बायोग्राफी से प्रेरणा लेकर वह निशानबाजी करने लगी।

भारत का टोक्यो में पांचवां मेडल
वहीं योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में 44.38 मीटर फेंकर भारत के लिए तीसरा सिल्वर जीता। टोक्यो में भारत का यह पांचवा मेडल है। भाविनाबेन पटेल ने विमेंस टेबल टेनिस की क्लास-4 कैटेगरी में सिल्वर जीता। वहीं मेंस T47 हाई जंप में निषाद कुमार ने 2.06 मीटर की जंप के साथ एक और सिल्वर भारत के नाम कर दिया। जबकि डिस्कस थ्रो में विनोद कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। हालांकि विनोद कुमार के रिजल्ट को बाद में क्वालिफिकेशन विवाद की वजह से रोक दिया गया।