
मध्यप्रदेश में कोरोना के केस बढ़ने का असर फिर से स्कूलों पर दिखाई देने लगा है। भोपाल में गुरुवार को 6 और प्रदेश में 18 केस आने के बाद फिर से स्कूल शिक्षा विभाग में मंथन शुरू हो गया है। अभी की स्थिति में स्कूल इसी तरह चलते रहेंगे। स्कूल खुलने के बाद इस पर अधिकारियों की बैठक नहीं हुई है। ऐसे में अब कोई भी बच्चों को स्कूल बुलाने की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। फिलहाल 11वीं और 12वीं की क्लास 50% क्षमता के साथ सप्ताह में दो दिन चलती रहेंगी। इसके अलावा 9वीं और 10वीं की क्लास सप्ताह में एक ही दिन हैं।
कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं
स्कूल शिक्षा विभाग पहले से ही 15 अगस्त के बाद से ही स्कूल में बच्चों को बुलाना चाह रहा था, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 26 जुलाई को 11वीं और 12वीं क्लास के बच्चों के लिए एक दिन स्कूल बुलाने का ऐलान करने के बाद आनन-फानन में स्कूल खोले गए। सिर्फ एक दिन स्कूल में बच्चों को बुलाने का स्कूल संचालकों से लेकर पेरेंट्स ने विरोध किया था।
हालांकि स्कूल शिक्षा विभाग ने यह कहते हुए इसे नकार दिया कि बच्चों को स्कूल आने की आदत बने, इसलिए इस तरह से स्कूल में ऑफलाइन क्लास लगाने का प्लान बनाया। इसमें कहा गया, एक बच्चा सप्ताह में एक दिन स्कूल आएगा, तो कोरोना की चेन नहीं बन पाएगी। इसके बाद निर्णय लिया गया कि 15 सितंबर तक कोरोना की स्थिति पर नजर रखेंगे, क्योंकि सितंबर और अक्टूबर में तीसरी लहर की आशंका जताई गई है। ऐसे में कोई भी बच्चों को स्कूल बुलाने और उसके परिणाम को लेकर जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है।
अभी इस पर निर्णय नहीं
भोपाल जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना ने बताया, अभी जैसी स्थिति में स्कूल चल रही हैं। उसी प्रकार ऑफलाइन और ऑनलाइन क्लास लगा रहे हैं। अभी शासन की तरफ से न तो ऑफलाइन क्लास की संख्या बढ़ाने या छोटे क्लास के बच्चों को बुलाने को लेकर कोई निर्देश आए हैं।
इस तरह लग रही ऑफलाइन क्लास
9वीं : शनिवार
10वीं : बुधवार
11वीं : मंगलवार व शुक्रवार
12वीं : सोमवार व गुरुवार
नोट : क्लास 50% की क्षमता के साथ ही लगाए जा सकते हैं। यानी 11वीं व 12वीं के छात्र को सप्ताह में एक दिन और 9वीं व 10वीं क्लास के छात्र 15 दिन में एक दिन ऑफलाइन क्लास अटेंड कर सकता है।
इस कारण ऑनलाइन क्लास हो रही
स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं सप्ताह में एक ही दिन में लगेगी। इसके चलते ऑनलाइन क्लासेस जारी रहेंगी। इसके जरिए सभी वर्किंग डे में पढ़ाई को जारी रखी जा रही है।