
सेंट्रल बोर्ड ऑफ स्कूल एग्जामिनेशन (CBSE) 10वीं-12वीं के प्राइवेट स्टूडेंट्स के एग्जाम 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच आयोजित करेगा। बोर्ड ने कहा है कि प्राइवेट कैंडिडेट का रिजल्ट बिना एग्जाम लिए तैयार नहीं किया जा सकता, क्योंकि बोर्ड और स्कूलों के पास उनके असेसमेंट के रिकॉर्ड मौजूद नहीं हैं।
बोर्ड ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और सभी याचिकाकर्ताओं ने प्राइवेट स्टूडेंट्स की परीक्षा कराने के निर्णय पर सहमति जताई थी। बोर्ड ने कहा कि परीक्षा के बाद जल्द ही रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया जाएगा।
रेगुलर स्टूडेंट्स का असेसमेंट फॉर्मूला नहीं अपना सकते
CBSE ने कहा कि स्कूलों ने रेगुलर स्टूडेंट्स के यूनिट टेस्ट, मिड टर्म एग्जाम व प्री बोर्ड एग्जाम करवाए थे। ऐसे में इन स्टूडेंट्स का परफॉर्मेंस रिकॉर्ड स्कूलों के पास उपलब्ध है। लेकिन प्राइवेट स्टूडेंट्स का कोई रिकॉर्ड नहीं है। इसलिए रेगुलर स्टूडेंट्स का असेसमेंट फॉर्मूला प्राइवेट छात्रों के लिए नहीं अपनाया जा सकता है। प्राइवेट स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा करानी जरूरी है।
बोर्ड ने कहा है कि यूजीसी और सीबीएसई सभी छात्रों का हित चाहती है। वर्ष 2020 की तरह यूजीसी इन छात्रों के रिजल्ट को ध्यान में रखकर एडमिशन शेड्यूल तय करेगा।
12वीं के रिजल्ट तैयार करने की अंतिम तिथि बढ़ी
CBSE ने 12वीं के रेगुलर स्टूडेंट्स के नतीजों को अंतिम रूप देने के लिए तय की गई लास्ट डेट 22 जुलाई से बढ़ाकर 25 जुलाई कर दी है। सीबीएसई के एग्जाम कंट्रोलर डॉ. संयम भारद्वाज ने कहा, ‘स्कूल पूरी क्षमता के साथ रिजल्ट तैयार करने में लगे हुए हैं। शिक्षकों पर काफी दबाव है। अंतिम समय में वह गलतियां कर रहे हैं और सीबीएसई को इन्हें ठीक करने का अनुरोध भेज रहे हैं।
स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों के सामने आ रही है इन समस्याओं को ध्यान में रखकर रिजल्ट तैयार करने की डेडलाइन 22 जुलाई से बढ़ाकर 25 जुलाई 2021 करने का फैसला किया है। सभी स्कूलों को निर्देशित किया जाता है कि वे इस समय-सीमा में अंकों के मॉडरेशन का काम पूरा कर लें। वरना उन्हें छोड़कर शेष स्कूलों का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। उनका रिजल्ट बाद में अलग से जारी किया जाएगा।’