
जिले में आशा-ऊषा कार्यकर्ता एवं सहयोगिनियां एक जून से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। अपनी मांगों पर अमल कराने के लिए राज्य सरकार को जगाने के लिए जिले भर से ये कार्यकर्ताएं गुरुवार को भोपाल में आयोजित प्रदेश स्तरीय आंदोलन में शामिल होने गुरुवार की सुबह रवाना हुईं। भोपाल में आयोजित प्रदर्शन स्थल पर पहुंचने से पहले ही जिले की कार्यकर्ताओं को भोपाल पुलिस ने रास्ते में उन्हें रोक लिया। भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने जिले की आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं को अलग अलग जगहों पर घंटों तक नजर बंद करे रखा।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को भोपाल में प्रदेश भर से आशा-ऊषा कार्यकर्ताएं आंदोलन में शामिल होने के लिए पहुंची थीं। इसी आंदोलन में जिले के विभिन्न ब्लाकों में पदस्थ कार्यकर्ताएं बस, कार, जीप वाहनों के माध्यम से अलग-अलग समूह में भोपाल पहुंचीं। विदिशा जिला मुख्यालय पर वाहनों की रैली के रूप में भोपाल रवाना होने से पहले आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं ने रंगई स्थित सीएम के बाढ़ वाले गणेश मंदिर पर पहुंचकर भगवान गणेश की आराधना की।
आशा-ऊषा कार्यकर्ता एवं सहयोगिनी संघ की जिला अध्यक्ष सीमा रघुवंशी ने बताया कि भोपाल पहुंचने के दौरान उन्हें व जिले की अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने अलग अलग स्थानों पर रोक लिया था। सीमा रघुवंशी ने बताया कि उनके साथ भोपाल पहुंची नटेरन ब्लाक की कार्यकर्ताओं को भोपाल पुलिस ने रास्ते में ही रोककर गौहर महल के अंदर सुबह से शाम तक नजर बंद करके रखा था। बताया कि जिले से 5 बस और करीब छोटे वाहनों से कार्यकताएं भोपाल पहुंची थीं।