
नटेरन जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली पंचायत ग्राम सकराई में जीआरएस राघवेन्द्र सिंह का हैरतंगेज मामला सामने आया है। राघवेंद्र ने खुद की जेसीबी से मनरेगा के काम को करते नजर आए। मनरेगा से होने वाले सोखता गड्ढे को जेसीबी से खोदा जा रहा है। पंचायत में आए दिन हो रहे फर्जी वाड़े की खबर किसी अधिकारी से छिपी नही है। सरपंच प्रतिनिधि नंदकिशोर का कहना है कि पंचायत में मुझे बिना बताए राघवेंद्र अपनी मनमर्जी से फर्जी काम करने में लगा हुआ है। मैं पहले भी कई बार शिकायतें कर चुका हूं। इस संबंध में राघवेंद्र से बात करनी चाही तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।
फर्जी भुगतान तक किए: सचिव का प्रभार एवं जीआरएस का समस्त कार्य राघवेन्द्र के द्वारा किया जाता है । विगत वर्षों से सरपंच की जानकारी में न होकर जीआरएस के द्वारा कार्यों पर मस्टर जारी कर भुगतान किया जाता है। विगत वर्ष 2020-21 से आज दिनांक तक सरपंच के डिमांड फार्मों पर हस्ताक्षर नहीं कराए गए।जीआरएस के द्वारा भुगतान किया जाता है । ग्राम पंचायत में 15 वें वित्त आयोग की राशि द्वारा नाली निर्माण कार्यों पर बगैर हस्ताक्षर के एक बिल 70,080 बिल नं . 480 / 18.12.2020 सुप्रीम हार्डवेयर बासौदा के नाम का भुगतान फर्जी किया गया। इस बिल के भुगतान में सरपंच की जानकारी में न बताकर बगैर हस्ताक्षर के स्वयं के हस्ताक्षर कर मकान की सामग्री का किया गया। भुगतान पंचायत के खाते से फर्जी किया गया ।