Wednesday, September 24

नौतपा का आखिरी दिन आज:8 में से 3 दिन बारिश; नौतपा में अभी तक नहीं टूटा पिछले साल के 44.5 डिग्री अधिकतम तापमान का रिकार्ड

  • अभी 5 दिन और पड़ेंगी हल्की बौछारें

पहली बार ऐसा देखने को मिला है कि 25 मई से शुरू हुए नौ तपा के शुरुआती 8 दिनों में 3 दिन बेमौसम बारिश हुई। इससे गर्मी के तेवर काफी नरम हो गए। इससे अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं पहुंचा । जबकि पिछले साल नौ तपा में 44.5 डिग्री तक तापमान पहुंच गया था। नौ तपा में बेमौसम बारिश से गर्मी के तीखे तेवरों से लोगों को काफी राहत मिली। 25 मई से शुरू हुए नौ तपा में 29, 30 मई के बाद 1 जून को भी बेमौसम बारिश हुई। इससे मौसम में कुछ नरमी दिखाई दी। 2 जून को नौ तपा का आखिरी दिन है ।

ऐसे में यह देखना होगा कि अधिकतम तापमान पिछले साल का रिकार्ड तोड़ता है कि नहीं। वहीं मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अगले 5 दिनों तक हल्की बौछारें पड़ने का दौर भी चलता रहेगा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 38 तथा न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

30 मिनट तक हुई बारिश: मंगलवार को वैसे तो दिन में आसमान प्राय: साफ रहा। कुछ समय हल्के बादल छाए रहे लेकिन बारिश की उम्मीद नहीं थी। शाम 7 बजे के बाद आसमान में बादलों का डेरा बढ़ गया था। इसके बाद रात 8 से 8.30 बजे तक झमाझम बारिश हुई। इसके बाद हल्की बौछारें रात 9 बजे तक पड़ती रहीं। इस प्रकार देखा जाए तो नौ तपा के 8 दिनों में 3 दिन ऐसे रहे जिससे बादल छलक पड़े और गर्मी से लोगों को निजात मिली।

शुरुआती 3 दिन में 43 डिग्री तक ही पहुंचा पारा…. मौसम वैज्ञानिक डा.एसएस तोमर ने बताया कि पिछले साल नौ तपा में दिन का अधिकतम पारा 44.5 डिग्री तक पहुंच गया था। जबकि इस साल शुरुआती 3 दिनों में अधिकतम तापमान 43 डिग्री तक पहुंच गया था। 2 जून बुधवार को नौ तपा का आखिरी दिन है। ऐसे में अब इससे अधिक तापमान पहुंचने की संभावना नहीं है। वैसे देखा जाए तो विदिशा में अधिकतम तापमान 46 डिग्री से भी अधिक पहुंच चुका है।

आगे क्या: दक्षिण-पश्चिम हवाओं से बदला मौसम
मौसम वैज्ञानिक डा.एसएस तोमर ने बताया कि इस समय दक्षिण-पश्चिम हवाओं का दौर चल रहा है। इससे आगामी 5 दिनों तक आसमान में हल्के से लेकर मध्यम तक बादल छाए रहेंगे। इस दौरान हल्की बौछारें पड़ती रहेंगी। हवाओं की गति 10 से लेकर 20 किमी तक रहेगी। 3 दिन बाद हवाओं की दिशा बदलकर पश्चिम से हो जाएगी। इससे बादल कम होंगे। लेकिन आगामी 5 दिनों तक तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा। यह मानसून के आने का संकेत भी हो सकता है।