
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आज अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए स्पेशल जनरल मीटिंग दोपहर 12 बजे बुलाई है। इसके लिए बोर्ड प्रेसिडेंट सौरव गांगुली शुक्रवार रात कोलकाता से मुंबई पहुंच गए। इस मीटिंग में बोर्ड और स्टेट एसोसिएशंस के बीच टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी और तैयारियों को लेकर बातचीत हो सकती है। यह मीटिंग वर्चुअली होगी।
वर्ल्ड कप अक्टूबर-नवंबर में भारत में प्रस्तावित है। इसके अलावा IPL के बाकी बचे 31 मैचों को कराना भी बोर्ड की प्राथमिकता है। इसके डेट्स और वेन्यू का भी ऐलान किया जा सकता है। इसके अलावा घरेलू क्रिकेटर्स की पिछले सीजन की बकाया सैलरी के भुगतान को लेकर भी चर्चा हो सकती है।
1 जून को ICC के साथ BCCI की मीटिंग होनी है
BCCI के एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी को बताया कि टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर 1 जून को ICC की मीटिंग होनी है। ऐसे में SGM के काफी मायने हैं। हमें यह देखना होगा कि भारत में कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए स्टेट एसोसिएशंस वर्ल्ड कप के लिए कितना तैयार हैं। अक्टूबर-नवंबर में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। हम इस पर स्टेट एसोसिएशंस के विचार जानेंगे।
9 शहरों को वर्ल्ड कप के लिए तैयारी करने को कहा गया
अपनी पिछली अपेक्स काउंसिल की बैठक में, बोर्ड ने टी-20 वर्ल्ड कप के लिए 9 स्थानों का चयन किया था। इनमें मुंबई, नई दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, धर्मशाला, अहमदाबाद और लखनऊ शामिल हैं। इनमें से 6 राज्यों में IPL 2021 सीजन के मैच भी कराए गए। पर बीच सीजन में 29 मैचों के बाद कुछ खिलाड़ियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद लीग को सस्पेंड करना पड़ा था। बोर्ड ने बताया कि सभी स्टेट एसोसिएशंस को पूरी तैयारी रखने को कहा गया है।
IPL टी-20 वर्ल्ड कप के लिए तैयारी का माध्यम
इसके अलावा मीटिंग में IPL के बाकी बचे 31 मैचों को लेकर भी चर्चा हो सकती है। बोर्ड ने हालांकि इसके लिए 3 हफ्ते की विंडो तलाश ली है। इसे 18-19 सितंबर से 9-10 अक्टूबर के बीच UAE में कराया जा सकता है। BCCI अधिकारी ने बताया कि जब हम सितंबर-अक्टूबर की विंडो पर भी विचार कर रहे हैं, तो हमें लॉजिस्टिक्स के साथ-साथ किसी भी अन्य चुनौती पर भी विस्तार से चर्चा करने की आवश्यकता है। वर्ल्ड कप से ठीक पहले IPL का पूरा होना टी-20 वर्ल्ड कप खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए तैयारी करने का माध्यम बन सकता है।
IPL से टी-20 वर्ल्ड कप के बायो बबल में डायरेक्ट एंट्री मिल सकती है
UAE एक सेफ ऑप्शन होने की वजह से खिलाड़ियों को भारत आकर बायो बबल में एंट्री करने में परेशानी नहीं होगी। खिलाड़ी IPL के बबल से डायरेक्ट वर्ल्ड कप के बबल में एंट्री कर सकेंगे। भारत-इंग्लैंड के बीच मार्च में हुए सीरीज के बाद खिलाड़ियों को IPL के बबल में डायरेक्ट एंट्री मिली थी। हालांकि बबल से बबल में डायरेक्ट एंट्री वाले मुद्दे पर ICC 1 जून को होने वाली मीटिंग में आखिरी फैसला ले सकती है।
UAE में IPL के साथ टी-20 वर्ल्ड कप कराने पर भी विचार
कोरोना की वजह से IPL सस्पेंड होने के बाद से भारत पर टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी को लेकर तलवार लटक रही है। ICC ने बैकअप के तौर पर UAE को भी ऑप्शन में रखा है। ऐसे में बोर्ड इसको लेकर भी विचार कर सकता है कि IPL की मेजबानी के साथ-साथ वर्ल्ड कप की मेजबानी भी UAE को दे दी जाए। IPL के दौरान कोरोना के मामले सामने आने के बाद कई विदेशी खिलाड़ी भारत में खेलने को लेकर भी विरोध जता रहे हैं।
वर्ल्ड कप से एक हफ्ते पहले 3 स्टेडियम ICC के पास होंगे
UAE में दुबई, शारजाह और अबू धाबी में 3 इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम हैं। सूत्रों के मुताबिक वर्ल्ड कप भी UAE में कराए जाने की स्थिति में सभी नॉकआउट मैच और फाइनल एक ही मैदान पर कराए जा सकते हैं। ऐसे में 1 स्टेडियम को छोड़कर बाकी 2 स्टेडियम करीब 15 दिन पहले ICC के सुपुर्द किया जा सकता है। इससे ICC टी-20 वर्ल्डकप की तैयारी भी शुरू कर सकेगा। वहीं 9 या 10 को IPL फाइनल होने से ICC को तीसरा ग्राउंड भी करीब एक हफ्ते पहले सौंप दिया जाएगा।
रेवेन्यू और घरेलू क्रिकेटर्स की पिछली सैलरी का भुगतान
बोर्ड को टी-20 वर्ल्ड कप के लिए रेवेन्यू भी जनरेट करना है। हाल ही में BCCI और सरकार के बीच वर्ल्ड कप के लिए टैक्स में छूट देने की मांग भी उठी थी। हालांकि सरकार ने अभी तक इसको लेकर कोई फैसला नहीं लिया है। अगर केंद्र सरकार टैक्स में 10% की भी छूट देती है, तो बोर्ड को करीब 226 करोड़ रुपए चुकाने होंगे। वहीं, कोई भी छूट नहीं देने की स्थिति में BCCI को वर्ल्ड कप कराने के लिए 906 करोड़ रुपए देने होंगे।
क्रिकेटर्स की बकाया राशि और मुआवजे पर भी चर्चा संभव
इसके अलावा बोर्ड को फिलहाल विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी समेत घरेलू टूर्नामेंट्स में शामिल हुए खिलाड़ियों, कोच, स्टाफ और इससे जुड़े लोगों को सैलरी भी देनी है। UAE में वर्ल्ड कप होने से टैक्स से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही वहां IPL और वर्ल्ड कप को एक साथ कराकर होने वाले फायदे से घरेलू क्रिकेटर्स की बकाया राशि भी चुकाई जा सकती है और साथ ही इसका मुआवजा भी दिया जा सकता है। साथ ही बोर्ड यह भी कोशिश करेगा कि आने वाले समय में इसको लेकर कोई परेशानी न हो।