Tuesday, September 23

WTC फाइनल के लिए सख्त कोरोना प्रोटोकॉल:होटल स्टाफ के साथ-साथ खिलाड़ियों को इंग्लैंड ले जाने वाले चार्टर्ड प्लेन के कर्मचारी भी क्वारैंटाइन रहेंगे

ICC टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के लिए अब एक महीने से कुछ ज्यादा का वक्त ही बचा है। 18 से 22 जून तक इंग्लैंड के साउथैम्पटन में होने वाले खिताबी मुकाबले में भारत और न्यूजीलैंड की टीमें आमने-सामने होंगी। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड के साथ-साथ ICC और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने खिलाड़ियों को सुरक्षित तरीके से ठहराने की तैयारी शुरू कर दी है।

IPL से ले रहे हैं सबक
कई खिलाड़ियों, कोच और सपोर्ट स्टाफ के पॉजिटिव आने के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (IPL-2021) को 29 मैचों के बाद ही स्थगित करना पड़ गया। इससे सीख लेते हुए वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के तमाम आयोजक और भागीदार अपनी ओर से कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। ICC ने BCCI और न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड को हिदायत दी है कि वे इंग्लैंड में कोरोना के प्रोटोकॉल नियमों का पालन सख्ती से करें। वहीं इंग्लैंड रवाना होने से पहले यह सुनिश्चित करें कि उनके किसी भी खिलाड़ी या सपोर्ट स्टाफ में में कोरोना के कोई लक्षण तो नहीं है। इसके लिए टेस्टिंग, आइसोलेशन सहित तमाम एहतियात बरतें ।

मुंबई में बनेगा बायो बबल यहां से सीधे इंग्लैंड के बबल में एंट्री करेगी टीम
सूत्रों के मुताबिक BCCI ने इंग्लैंड रवानगी से पहले मुंबई में खिलाड़ियों को एकत्रित कर बायो बबल में रखने की योजना बनाई है। टीम के सभी खिलाड़ी, कोच और सपोर्ट स्टाफ 19 मई को मुंबई में एकत्रित होंगे। शुरुआत में किसी की एक-दूसरे से मुलाकात नहीं होगी और सब आइसोलेशन में रहेंगे। सात दिन के आइसोलेशन में हर दूसरे दिन सबकी कोरोना टेस्टिंग होगी। अगर कोई सदस्य पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे क्वारैंटाइन कर दिया जाएगा। 7 दिन में तमाम रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही सभी खिलाड़ियों को एक जुट किया जाएगा।

होटल स्टाफ, बस ड्राइवर एक सप्ताह पहले से रहेंगे बबल में
खिलाड़ियों के मुंबई आने से पहले ही होटल के कर्मचारियों और बस सहित अन्य स्टाफ को एक सप्ताह क्वारैंटाइन रखा जाएगा। उनकी हर दो दिन पर कोरोना की जांच होगी। खिलाड़ियों को मुंबई में 48 घंटे पहले की टेस्ट रिपोर्ट पेश करनी होगी। निगेटिव होने के बाद ही वे होटल में एंट्री कर पाएंगे, जहां उन्हें एक सप्ताह क्वारैंटाइन रहना होगा। होटल में क्वारैंटाइन रहने के दौरान तीन कोरोना टेस्ट होंगे। पहला टेस्ट पहले दिन होगा, दूसरा टेस्ट तीसरे दिन और तीसरा टेस्ट छठे दिन होगा। सभी टेस्ट निगेटिव आने के बाद ही इंग्लैंड रवाना हो सकेंगे। भारतीय टीम चार्टर्ड प्लेन से इंग्लैंड जाएगी। चार्टर प्लेन के कर्मचारी भी एक सप्ताह पहले से क्वारैंटाइन रहेंगे। उनकी भी कोरोना जांच होगी।

इंग्लैंड में अलग-अलग होटलों में 10 दिन क्वारैंटाइन रहेंगे दोनों टीमों के खिलाड़ी
सूत्रों के मुताबिक इंग्लैंड पहुंचने पर भारत और न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों को अलग-अलग होटल में क्वारैंटाइन रहना होगा। खिलाड़ियों के पहुंचने से पहले ही होटल के कर्मचारियों को 10 दिन क्वारैंटाइन रखा जाएगा। यही नहीं स्टाफ और खिलाड़ियों की देख-रेख में लगे लोग भी क्वारैंटाइन रहेंगे। इस दौरान दोनों टीमें ट्रेनिंग कर सकेंगी, क्योंकि वे बायो बबल से बायो बबल में शिफ्ट होंगे। हालांकि खिलाड़ी होटल के बाहर नहीं जा सकेंगे। इस दौरान खिलाड़ियों को हर दो दिन में कोरोना टेस्ट कराना होगा।

क्वारैंटाइन के बाद स्टेडियम के नजदीक के होटल में रहेंगी टीमें
10 दिन क्वारैंटाइन पूरा करने के बाद दोनों टीमों को ग्राउंड के नजदीक होटल में शिफ्ट किया जाएगा। इस होटल के कर्मचारी भी पहले से क्वारैंटाइन रहेंगे। जब तक खिलाड़ी रहेंगे, उनकी सेवा में लगने वाले कर्मचारी भी बायो-बबल में रहेंगे। बायो-बबल के नियमों का दोनों टीमों के खिलाड़ी पालन करें, इसके लिए दोनों टीमों को एक निगरानी टीम बनानी होगी, जो खिलाड़ियों पर नजर रखेगी।

BCCI के वरिष्ठ अधिकारी भी फाइनल मैच में हो सकते हैं शामिल
सूत्रों के मुताबिक पहली बार हो रहे ICC टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में BCCI के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हो सके हैं। उम्मीद है कि ये अधिकारी भी टीम के साथ ही चार्टर प्लेन से जाएंगे। ये भी मुंबई में क्वारैंटाइन रहेंगे।