Wednesday, September 24

विदिशा के निजी मेडिकल से 118 रेमडेसिविर जब्त:मेडिकल संचालकों ने ये इंजेक्शन कंपनी से सीधे मंगाए, 69 किसको बेचे जांच जारी

प्रशासन की टीम ने करीब 118 रेमडेसिविर इंजेक्शन मेडिकल संचालकों से जब्त किए। 69 इंजेक्शन किसको बेचे उसकी जांच की जा रही है। मेडिकल संचालकों ने ये इंजेक्शन कंपनी से सीधे मंगाए थे और डाक्टरों के सलाह पर मरीजों को दिए थे। मेडिकल संचालकों ने इसके लिए मरीजों की पूरी जानकारी भी ली थी। सोमवार को प्रशासन की टीम सीएमएचओ आफिस पहुंची और रेमडेसिविर इंजेक्शन के संबंध में पड़ताल शुरू की।

ड्रग इंस्पेक्टर ने यह इंजेक्शन मेडिकल संचालकों से वापस बुलाए। इसके बाद प्रशासन की टीम ने इन्हें अपनी कस्टडी में लिया। टीम अब यह जांच कर रही है कि मेडिकल संचालकों ने इंजेक्शन नियमपूर्वक बेचे हैं या नहीं। इसके बाद मंगलवार को टीम कलेक्टर को अपना प्रतिवेदन भेजेगी। टीम अब तक यह पता नहीं कर पाई है कि यह इंजेक्शन मेडिकल संचालकों ने नियमपूर्वक मरीजों को दिए हैं या नहीं।

सुबह ही शुरू हो गई थी जांच शुरू, वापस मंगाए इंजेक्शन
सीएमएचओ आफिस के जिला वैक्सीन भंडार में सोमवार सुबह जांच शुरू हो गई थी। ज्वाइंट कलेक्टर रोशन राय और डीएसपी सौरभ तिवारी और टीम के अन्य सदस्यों ने इंजेक्शन के संबंध में जानकारी जुटाना शुरू किया। सबसे पहले ड्रग इंस्पेक्टर संजीव जादौन ने मेडिकल संचालकों से इंजेक्शन वापस बुलाए।

सिकरवार फार्मा से 100 इंजेक्शन वापस मंगाकर पंचनामा बनाया गया। वहीं 18 इंजेक्शन दूसरी मेडिकल से वापस बुलाए। ड्रग इंस्पेक्टर संजीव जादौन का कहना है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की बहुत किल्लत है। प्रशासन अपनी देखरेख में इनकी सप्लाई करवा रहा है। मेडिकल संचालकों ने इंजेक्शन कंपनी से मंगाए थे। 69 इंजेक्शन उन्होंने खर्च कर दिए और 100 इंजेक्शन प्रशासन की टीम ने अपनी कस्टडी में लिए हैं। इंजेक्शन किसको बेचे गए हैं इसकी जांच कर रहे हैं।

ड्रग इंस्पेक्टर की भूमिका पर सवाल
शासन ने निर्देश दिए हैं कि यह इंजेक्शन कंपनियां सीधे मेडिकल संचालकों को नहीं दे सकती। ड्रग इंस्पेक्टर से ही इंजेक्शन की सप्लाई होना चाहिए। ड्रग इंस्पेक्टर संजीव जादौन की मिलीभगत से ही संचालकों के पास इंजेक्शन पहुंचा था। इसके बाद संचालकों ने अपने हिसाब से इंजेक्शन बेच दिए।

कलेक्टर को आज देंगे प्रतिवेदन: रोशन

ज्वाइंट कलेक्टर रोशन राय का कहना है कि करीब 118 इंजेक्शन कस्टडी में लिए गए हैं। मेडिकल संचालकों ने इंजेक्शन नियमपूर्वक बेचे हैं या नहीं इसकी पड़ताल की जा रही है। मंगलवार को इस संबंध में प्रतिवेदन भेजा जाएगा। वहीं सिकरवार फार्मा के संजय सिकरवार का कहना है कि हमनें नियमपूर्वक इंजेक्शन मंगाए और नियमपूर्वक ही मरीजों को दिए हैं। हमनें मरीजों की पूरी जानकारी ली और इसके बाद बेचे हैं।