Monday, November 10

चैत्र नवरात्र पर व्यवस्था:आज अष्टमी पर घर-घर में होगा पूजन, कल मनाई जाएगी रामनवमी, इस बार मंदिरों में नहीं होंगे भव्य कार्यक्रम

भक्त घर पर ही रहें मोबाइल पर पूजन और भगवान के लाइव दर्शन की रहेगी सुविधा

शहर में 21 अप्रैल को श्रीरामनवमी मनाई जाएगी। कोरोना संक्रमण की वजह से मंदिरों में भव्य कार्यक्रम नहीं होंगे। धर्माधिकारी गिरधर गोविंद प्रसाद शास्त्री का कहना है कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सावधानी की बहुत जरूरत है। इसलिए मंदिरों में भगवान के दर्शन सोशल मीडिया के जरिए कराए जाएं।

मंदिर के पुजारी और प्रबंधन से जुड़े लोग यह काम करें तो बहुत आसानी होगी। इसके लिए उन्होंने अपील की है कि मोबाइल के माध्यम से पूजन एवं आरती का दर्शन मंदिरों के दर्शनार्थियों को कराने की व्यवस्था करें। उन्होंने बताया कि नवरात्रि के आठवें दिन यानी अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा की विशेष पूजा का विधान है। इस बार ये मंगलवार को है। साथ ही ये दिन देवी मां महागौरी का है। नवरात्रि में अष्टमी और नवमी विशेष दिन होते हैं। अष्टमी पर देवी पूजा करने से परेशानी दूर हो जाती है ।

विदिशा में कई प्रसिद्ध मंदिर हैं भगवान श्रीराम के

धर्माधिकारी गिरधर गोविंद प्रसाद शास्त्री ने बताया कि वैत्रवती के चरण तीर्थ पर भगवान के चरण चिन्हों का नित्य पूजन होता है। इसीलिए इस घाट का नाम चरण तीर्थ धाम रखा गया है। भगवान श्री रामचंद्र के विदिशा पदार्पण की स्मृति में वैत्रवती के तट पर स्थित त्रिवेणी तीर्थ जहां भगवान श्री राम एवं श्री लक्ष्मण की प्राचीन प्रतिमाएं प्रतिष्ठित हैं।

यहां पर मंदिर में भगवान श्री राम, लक्ष्मण वनवाशी वेश में सुन्दर प्रतिमाएं प्रतिष्ठित हैं। वे बताते हैं कि शत्रुधन के पुत्र शत्रुघाती का दशार्ण जनपद की राजधानी का राजा बनाकर राज्य अभिषेक भगवान रामचंद्र ने किया था। दर्शाण क्षेत्र की राजधानी विदिशा ही थी।