
भारत में 9 अप्रैल सुबह सात बजे तक 24 घंटे में 36.91 लाख डोज दिए गए। इसमें 32.85 लाख लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया। वहीं, 4.06 लाख लोगों ने वैक्सीन का दूसरा डोज लिया। वैक्सीनेशन का ये आंकड़ा पिछले दिन के मुकाबले करीब 8 लाख ज्यादा है।
सबसे ज्यादा राजस्थान में 5.19 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई। यहां अब तक कुल 88.07 लाख वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं। कुल वैक्सीनेशन के मामले में महाराष्ट्र अभी भी टॉप पर है। यहां अब तक 93.38 लाख वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र में 3.88 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई।
देशभर में अब तक 8.24 करोड़ लोगों को पहला डोज और 1.18 करोड़ लोगों को दूसरा डोज दिया जा चुका है। इन्हें मिलाकर अब तक 9.43 करोड़ डोज दिए जा चुके हैं। महाराष्ट्र और राजस्थान के बाद सबसे ज्यादा वैक्सीन डोज गुजरात में दिए गए हैं। यहां अब तक 84 लाख से ज्यादा डोज दिए जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश में भी 81 लाख से ज्यादा डोज दिए गए हैं।
वैक्सीनेशन में 5वें नंबर पर पश्चिम बंगाल है। यहां 73 लाख से ज्यादा वैक्सीन डोज दिए गए हैं। वहीं, कर्नाटक 54 लाख डोज के साथ 6वें नंबर पर है। यहां 49 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। 5 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं।
भारत में 16 जनवरी को हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका लगाने के साथ कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। 2 फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी वैक्सीन लगने लगी थी। 1 मार्च 60 वर्ष से ऊपर के और 45-59 वर्ष के गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को वैक्सीन लगने लगी थी। इस बीच, कोरोना की दूसरी लहर हावी हुई और सरकार ने 1 अप्रैल से 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीनेशन में शामिल कर लिया।
अब तक सबसे ज्यादा वैक्सीन डोज सोमवार को दिए गए। उस दिन 24 घंटे में 43 लाख डोज दिए गए। यह एक दिन के सबसे अधिक डोज का रिकॉर्ड है। मंगलवार को इस आंकड़े में करीब 10 लाख डोज की गिरावट आई है। वहीं, बुधवार को इसमें 4 लाख डोज और कम हो गए। गुरुवार को एक बार फिर वैक्सीनेशन ने रफ्तार पकड़ी और बुधवार के मुकाबले 8 लाख डोज ज्यादा लगाए गए।