
करारिया थाने के सतपाड़ा गांव के खेतों में शुक्रवार दोपहर में उस वक्त आग लग गई थी जब किसान अपनी फसल हार्वेस्टर से कटवा रहे थे। हार्वेस्टर से चल रही कटाई के समय अचानक खेत में आग लगी और देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया था। आग कुछ ही देर में एक खेत से आग दूसरे खेत में पहुंच गई थी। आग की चपेट में करीब 25 बीघा जमीन की फसल आ गई।
सभी खेतों में गेहूं की फसल खड़ी थी। गांव वालों का कहना है कि यदि पर काबू नहीं होता तो आसपास की 300 बीघा फसल जल जाती। 25 बीघा में करीब 4 लाख की उपज जलकर राख हो गई। आग नफीस खान पुत्र चंदू खान, कदीर उर्फ गुड्डू खान, अनीस बेग के खेत में लगी। देखते ही देखते कुछ ही देर में करीब 25 बीघा जमीन की गेहूं की फसल जल गई।
करारिया थाना प्रभारी अरुणा सिंह ने बताया कि जब आग लगी तब मुस्लिम समाज के लोग नमाज पढ़ रहे थे। वहीं से सारे लोग एकत्रित होकर आग बचाने पहुंच गए। वहीं इससे पहले गांव के हिंदू समाज के लोगों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की। करीब 200 से ज्यादा लोगों ने मिलकर आग पर काबू पाने की कोशिश की।
आग पर काबू पाने में दिखा सांप्रदायिक सौहार्द: रईस अहमद कुरैशी ने बताया कि दोपहर में करीब 1 बजे आग लगी थी। मुस्लिम समाज के लोग उस वक्त नमाज पढ़ रहे थे और आग भी मुस्लिम किसानों के खेत में लगी थी। इस बीच गांव के हिंदू समाज के लोगों ने आग पर काबू पाने के लिए पूरी कोशिश की। इस बीच गांव में सांप्रदायिक सौहार्द देखने को मिला जो एक विरासत है।
सदमा लगने की चर्चा, किसान को कराया भर्ती: जब आग लगी तब गांव के जमील अहमद बीमार हो गए। उन्हें विदिशा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। गांव के लोगों का कहना था कि आग की खबर से वे घबरा गए थे। हालांकि उनके परिवार के सदस्यों का कहना है कि शुगर कम होने की वजह से तबियत बिगड़ी थी।
भूसा निकालते वक्त लगी आग, ट्रैक्टर जला
नटेरन की पहाड़िया पर स्थित खेतों की नरवाई में शुक्रवार को आग लग गई। किसानों ने ट्रैक्टर और प्याऊ की मदद से आग पर काबू पाया। जानकारी के अनुसार बम्होरी गांव निवासी राजेश किरार के खेत में ट्रैक्टर भूसा मशीन चल रही थी। बैटरी के शॉट सर्किट से नरवाई में आग लग गयी। इससे ट्रैक्टर जल कर खाक हो गया।