
- सौराई रैक पाइंट के प्लेटफार्म पर पेवर ब्लॉक लगा, मालगोदाम के लिए शेड नहीं
- रेल मंत्री ने 8 मार्च को सौराई रैक पाइंट का किया था वर्चुअल लोकार्पण
शहर के समीप रेलवे स्टेशन सौराई में बने रेलवे के रैक पाइंट का लोकार्पण तो हो गया लेकिन अभी से इस पर सवाल खड़े होने लगे हैं। रैक पाइंट के निर्माण और लोकार्पण पर शहर के ट्रांसपोर्टर सवाल खड़े कर रहे हैं।
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि जब रैक लगती है और ट्रक चलते हैं, तब अच्छी खासी सड़कें गड्ढों में बदल जाती हैं। ट्रक और ट्राला 50 से 60 टन का माल लादकर चलते हैं तो हाइवे तक में गड्ढे हो जाते हैं। ऐसे में रेलवे ने सौराई रैक पाइंट पर पेवर ब्लॉक लगाकर आने वाले समय के लिए समस्या खड़ी कर दी है। वहीं पुराने माल गोदाम में तो करीब 15 फीसदी एरिया कवर्ड था लेकिन यहां एक फीसदी एरिया कवर्ड नहीं बनाया गया है।
फोरलेन और सिक्सलेन रोड में भी गड्ढे हो जाते हैं
आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस विदिशा जिला इकाई के अध्यक्ष संजीव अरोरा का कहना है कि जब रैक लगती है तब सड़कों पर गहरे गड्ढे हो जाते हैं। फोर लेन और सिक्सलेन रोड में भी गहरे गड्ढे हो जाते हैं। ऐसे में पेवर ब्लॉक कितने समय तक चलेंगे।
एक साल में 170 से ज्यादा लगती हैं रैक
आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस विदिशा जिला इकाई के अध्यक्ष संजीव अरोरा ने बताया कि विदिशा स्टेशन पर गेहूं की 125 से 130 तक हर साल रैक लगती हैं। खाद की रैक 25 से 30 लगती हैं। सोयाबीन डीओसी की 5 रैक लगती हैं। वहीं 10 से 15 रैक सीमेंट की लगती हैं। इन रैक की वजह से ट्रकों की बहुत आवाजाही होती है।
1% भी कवर्ड एरिया नहीं
शहर के मालगोदाम में 400 टन की क्षमता का शेड है। इसमें एक रैक का करीब 15 फीसदी माल कवर्ड हो जाता है लेकिन नए रैक पाइंट पर शेड की कोई सुविधा नहीं है। विदिशा ट्रक एवं ट्रांसपोर्ट ऑनर एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष संजय भंडारी का कहना है कि नए रैक पाइंट पर कम से कम 40 फीसदी कवर्ड एरिया मिलना चाहिए था, जबकि एक फीसदी भी कवर्ड एरिया नहीं बनाया है।
8 मार्च को हुआ नए रैक पाइंट का लोकार्पण
8 मार्च को सौराई के रैक पाइंट का रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वर्चुअल लोकार्पण किया। इस मौके पर रेलवे के एडीआरएम सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे लेकिन नए शेड के बारे में ज्यादा जवाब नहीं दे पाए। रेलवे ने सौराई में नया रैक पाइंट बनाया है, उसमें करीब 16.80 लाख रुपए खर्च हुए हैं। 26 मई 2015 को तत्कालीन रेल मंत्री व विदेश मंत्री सहित सीएम ने रेलवे की ट्रेक्शन ऑल्टरनेटर फैक्ट्री सहित सौराई रेलवे स्टेशन पर माल गोदाम निर्माण के लिए भूमिपूजन किया था।
एडीईएन बोलीं-शेड के लिए प्रपोजल भेजा है
असिस्टेंट डिवीजनल इंजीनियर सीमा श्रोत्रिय का कहना है कि शेड के लिए प्रपोजल भेजा है। उम्मीद है नए साल में प्रपोजल मंजूर होगा और फिर शेड बनाया जाएगा। पेवर ब्लॉक लगाए जाने पर उनका कहना था कि डब्ल्यूसीआर में कई जगह इस तरह की डिजाइन के रैक पाइंट बनाए गए हैं।