Wednesday, September 24

कोरोना देश में:नागपुर में 15 से 21 मार्च तक लॉकडाउन; महाराष्ट्र में 15 दिन में दोगुनी हुई संक्रमण की रफ्तार, बीते दिन 13,659 केस आए

महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जगह-जगह सख्तियां बढ़ाई जा रही हैं। इसी बीच नागपुर में प्रशासन ने 15 से 21 मार्च तक लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। यहां बीते दिन कोरोना के 1800 से ज्यादा मामले सामने आए थे। वहीं, पिछले एक हफ्ते से यहां औसतन एक हजार मरीज मिल रहे हैं। इसी वजह से प्रशासन ने यह फैसला किया है। इस दौरान सिर्फ जरूरी सुविधाओं को ही छूट मिलेगी।

उधर, महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में 13,659 नए मरीज मिले। यह 7 अक्टूबर के बाद सबसे बड़ा आंकड़ा है। तब 14,578 केस आए थे। करीब 15 दिन पहले तक यहां 5-6 हजार केस आ रहे थे। देश में अभी 60% से ज्यादा मरीज यहीं मिल रहे हैं।

देश में बीते 24 घंटे में 21,814 नए मरीजों की पहचान हुई। 17,674 मरीज ठीक हो गए। 114 ने इस महामारी से जान गंवाई। इस तरह एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 4,020 की बढ़ोतरी हो गई। अब तक कुल 1.12 करोड़ लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 1.09 करोड़ ठीक हो चुके हैं। 1.58 लाख की मौत हुई है, जबकि 1.85 लाख का इलाज चल रहा है। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं।

‘महाराष्ट्र में टेस्टिंग में कमी और लापरवाही से केस बढ़े’
नीति आयोग और हेल्थ मिनिस्ट्री के अधिकारियों ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश में कोरोना की स्थिति की जानकारी दी। इस दौरान महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई गई। ICMR के डायरेक्टर डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि महाराष्ट्र ने चिंता में डालने वाला ट्रेंड दिखाया है। यहां संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के पीछे नया स्ट्रैन नहीं पाया गया है। यह सिर्फ कम टेस्टिंग, ट्रैकिंग, लापरवाही भरे व्यवहार और लोगों के बड़े जमावड़े की वजह से हुआ है।

वहीं, नीति आयोग के मेंबर (हेल्थ) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि हम महाराष्ट्र को लेकर बहुत चिंतित हैं। यह गंभीर मामला है। इसके 2 सबक हैं- अगर हमें कोरोना से मुक्त रहना है तो वायरस से बचकर रहें और सभी गाइडलाइंस का पालन करें। हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि आज महाराष्ट्र में 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा में भी केस लगातार बढ़ रहे हैं। हमने तीनों राज्यों के साथ मीटिंग की हैं। उन्हें इसे रोकने के उपाय करने के लिए कहा गया है।

वैक्सीनेशन का आंकड़ा ढाई करोड़ के पार
हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, 11 मार्च को दोपहर 1 बजे तक 2.57 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। निजी हॉस्पिटलों की मदद से इसमें तेजी आई है। सरकारी हेल्थ सेंटर पर 71% और प्राइवेट में 28.77% वैक्सीनेशन हुआ है। देश में रिकवरी रेट 97% पर बना हुआ है। कोविड से होने वाली मौतों की दर 1.4% और एक्टिव केसों की दर 1.6% है।

हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने बताया कि देश में किसी भी राज्य में वैक्सीन की कमी नहीं है। हमने टीके की कीमत पर फिर से बातचीत की है। इसकी कीमत काफी कम की गई है।

कोरोना अपडेट्स

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बेन को गुरुवार को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई। PM ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी।
  • भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन (Covaxin) को इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिल गई है। सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने इस पर लगी क्‍लिनिकल ट्रायल की शर्त को भी हटा दिया है। SEC ने भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को इसकी सिफारिश भेजी है।
  • अगर कोवैक्सिन को क्लिनिकल ट्रायल की शर्त से बाहर किया जाता है तो लोगों को इसे लगाने के लिए राजीनामा नहीं देना होगा।
  • वैक्सीनेशन के 54वें दिन भारत में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 2.5 करोड़ के पार हो गया। बुधवार को 9.22 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया।
  • अरुणाचल प्रदेश में बुधवार को कोरोना संक्रमण का नया मरीज मिला। इससे पहले तीन दिन तक यहां कोई भी संक्रमित नहीं मिला था।